G-20 summit 2018: PM मोदी ने उठाया भगोड़े आर्थिक अपराधियों पर कार्रवाई का मुद्दा, पेश किया 9 प्वाइंट्स एजेंडा
G20 summit 2018: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वित्तीय घोटालेबाजों और भगोड़ों के खिलाफ भी मिलकर काम करने की जरूरत है. यह समस्या वैश्विक वित्तीय स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा बन सकती है.
ब्यूनस आयर्स: बैंकों को करोड़ों का चूना लगाकर भारत से फरार आर्थिक अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 देशों से अपील की है. अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में चल रहे जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले ब्रिक्स नेताओं के साथ बैठक में मोदी ने ब्रिक्स के सदस्य देशों से आर्थिक अपराधियों और भगोड़े के खिलाफ मिलकर काम करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधी दुनिया की आर्थिक स्थिरता के सामने गंभीर खतरा पेश कर रहे हैं.
मोदी ने कहा, "वित्तीय घोटालेबाजों और भगोड़ों के खिलाफ भी मिलकर काम करने की जरूरत है. यह समस्या वैश्विक वित्तीय स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा बन सकती है." जिसके बाद भारत ने आर्थिक अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए जी 20 सम्मेलन में 9 प्वाइंट्स का एजेंडा पेश किया.
Building consensus.
In his intervention at the 2nd session at #G20Summit on international trade, international financial and tax systems, PM @narendramodi presented a 9-point programme to take action against fugitive economic offenders. pic.twitter.com/2d3aguBtf5 — Raveesh Kumar (@MEAIndia) November 30, 2018
मोदी ने कहा, "जी-20 सम्मेलन में हमारे आपसी सहयोग का आधार मजबूत होना है. इस समूह की अगुवाई विकासशील देश द्वारा की जा रही है. यह एक अच्छा अवसर है, विकासशील देशों की प्राथमिकताओं को भी जी-20 के एजेंडा में प्राथमिकता दी जानी चाहिए."
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने दो महत्वपूर्ण त्रिपक्षीय बैठक में भाग लिया. वह पहले जापान, अमेरिका और भारत के बीच पहली बार आयोजित की गई त्रिपक्षीय बैठक में शामिल हुए. इसके बाद उन्होंने रूस, भारत और चीन के बीच दूसरी बार आयोजित की गई त्रिपक्षीय बैठक में भाग लिया. यह बैठक को 12 साल के अंतराल के बाद आयोजित की गई.
Coming together of strategic partners
The first-ever trilateral Summit 'JAI' between the leaders of Japan @AbeShinzo, America @realDonaldTrump & India @narendramodi concluded a while ago in Buenos Aires. Leaders exchanged views on Indo Pacific, maritime and connectivity issues. pic.twitter.com/I8YOSnChev — Raveesh Kumar (@MEAIndia) November 30, 2018
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और मोदी के बीच यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब चीन दक्षिण चीन सागर में क्षेत्रीय विवाद में उलझा हुआ है. इसके अलावा वह पूर्वी चीन सागर में जापान के साथ विवाद में उलझा हुआ है. दोनों ही क्षेत्रों को खनिज, तेल और अन्य प्राकृतिक संसाधनों में संपन्न माना जाता है.
2nd Russia-India-China 'RIC' Trilateral Summit took place in Buenos Aires after a gap of 12 years. In a meeting characterised by warmth and positivity, leaders discussed cooperation and coordination in various areas which could contribute to global peace and stability. pic.twitter.com/PksZklpWwA
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) November 30, 2018
मोदी ने ट्रंप और आबे के साथ बैठक के बाद साझा मूल्यों पर साथ मिलकर काम जारी रखने पर जोर देते हुए कहा , ‘‘जेएआई (जापान, अमेरिका, भारत) की बैठक लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति समर्पित है...‘जेएआई’ का अर्थ जीत शब्द से है.’’ जापानी प्रधानमंत्री ने कहा कि वह प्रथम ‘‘जेएआई त्रिपक्षीय ’’ में भाग लेकर खुश हैं. ट्रंप ने बैठक में भारत के आर्थिक विकास की सराहना की. तीनों नेताओं ने संपर्क, सतत विकास, आतंकवाद निरोध और समुद्री एवं साइबर सुरक्षा जैसे वैश्विक एवं बहुपक्षीय हितों के सभी बड़े मुद्दों पर तीनों देशों के बीच सहयोग के महत्व पर जोर दिया.
उन्होंने हिंद - प्रशांत क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय कानून एवं सभी मतभेदों के शांतिपूर्ण हल पर आधारित मुक्त, खुला, समग्र और नियम आधारित व्यवस्था की ओर आगे बढ़ने पर अपने विचार साझा किए. मोदी, ट्रंप और आबे बहुपक्षीय सम्मेलनों में त्रिपक्षीय प्रारूप में बैठक करने के महत्व पर भी सहमत हुए.
उद्घाटन सत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जी-20 शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में अर्थव्यवस्था के आधुनिकीकरण और समावेशी विकास को बढावा देने के लिए उनकी सरकार द्वारा लागू की गई प्रधानमंत्री जनधन योजना, मुद्रा और ‘स्टार्ट अप इंडिया’ जैसी प्रमुख योजनाओं का जिक्र किया. जी-20 विश्व की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं का समूह है.
अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मोरिसियो माकरी ने दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया है, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे सहित कई वैश्विक नेता शामिल हो रहे.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 सम्मेलन के पहले सत्र में अपनी बात रखी. उन्होंने अर्थव्यवस्था के आधुनिकीकरण और समावेशी विकास को बढावा देने के लिए चलाई रही जनधन योजना, मुद्रा, स्टार्ट अप इंडिया योजनाओं का जिक्र किया. इस साल के सम्मेलन का विषय ‘‘निष्पक्ष एवं सतत विकास के लिए आमराय बनाना’’ है.
अलग-अलग मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन के शुक्रवार को शुरू होने से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे से बातचीत की. मोदी, ट्रंप और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के बीच शुक्रवार को पहली त्रिपक्षीय बैठक से पहले यह संक्षिप्त बातचीत हुई. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार द्वारा ट्वीट की गई तस्वीर में मोदी, ट्रंप से हाथ मिलाते हुए और बात करते हुए देखे गए.
प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन से भी बातचीत की. कुमार ने पुतिन, इटली के प्रधानमंत्री ग्यूसेप कोंते और ब्रिटिश प्रधानमंत्री के साथ मोदी की बातचीत का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘लीडर्स लाउंज में रूस, इटली और ब्रिटेन के नेताओं से बात हुई.’’ मोदी ने चिली के राष्ट्रपति सेबस्टियन पिनेरा से भी मुलाकात की और उनके साथ कारोबार, ऊर्जा, कृषि और स्वास्थ्य जैसे परस्पर हित के कई क्षेत्रों में सहयोग बढाने के तरीकों पर चर्चा की.
बाद में, मोदी ने अन्य वैश्विक नेताओं के साथ ‘जी20 अर्जेंटीना परिवार’ तस्वीर खिंचवाई. इससे पहले, मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, सऊदी अरब के वली अहद मोहम्मद बिन सलमान और संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस से अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें की.