G20 Summit India: भारत शनिवार से जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. दिल्ली में हो रही जी20 बैठक पर चीन भी नजरें गड़ाए हुए है. चीन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स में शनिवार को प्रकाशित एडिटोरियल में जी20 को लेकर बात की गई है. ग्लोबल टाइम्स में बताया गया है कि भारत की मेजबानी में हो रहे इस बड़े इवेंट को कौन खराब कर सकता है. इसमें लिखा गया है, भारत जी20 को सफलतापूर्वक आयोजित कर दुनिया में अपनी बढ़ती शक्ति को दिखाना चाहता है.


ग्लोबल टाइम्स में चीन ने कहा है कि अमेरिका और पश्चिमी मुल्क जी20 सम्मेलन को खराब करने का काम कर सकते हैं. भारत के साथ खड़े रहने का दावा करने वाले पश्चिमी मुल्क जी20 में शामिल देशों के बीच मतभेदों को बढ़ावा दे रहे हैं. चीन का कहना है कि अमेरिका की अगुवाई में पश्चिमी मुल्क अपने एजेंडे को बढ़ावा देना चाहते हैं. इस बार जी20 की ज्यादा चर्चा इसलिए हो रही है, क्योंकि ग्रुप के इतिहास में पहली बार शायद संयुक्त बयान को जारी भी नहीं किया जाए. 


चीन ने बताया क्या चाहते हैं पश्चिमी मुल्क? 


चीन का कहना है कि भारत ने जी20 में छह मुद्दों पर चर्चा करने का ऐलान किया है. इसमें हरित विकास और क्लाइमेट फाइनेंस, समावेशी विकास, डिजिटल अर्थव्यवस्था, सार्वजनिक बुनियादी ढांचा, टेक्नोलॉजी ट्रांसफोर्मेशन और सामाजिक-आर्थिक प्रगति के लिए महिला सशक्तिकरण में सुधार शामिल है. हालांकि, अमेरिका की अगुवाई वाले पश्चिमी मुल्क रूस-यूक्रेन युद्ध पर बात करना चाहते हैं. कुछ लोगों ने यूक्रेन के राष्ट्रपति को नहीं बुलाए जाने पर भारत को घेरा भी है. 


भारत के सपोर्ट में लिखते हुए चीन ने कहा कि नई दिल्ली चाहती है कि जी20 में आर्थिक सुधार और बहुपक्षीय कूटनीति पर बात हो. वह साफ कर चुकी है कि जी20 का मंच भूराजनैतिक मुद्दों पर चर्चा के लिए नहीं है. पश्चिमी मुल्क और अमेरिका भारत-चीन के बीच विवाद को तूल दे रहे हैं, ताकि जी20 में इस पर भी बात हो. हालांकि, भारत ने साफ कर दिया है कि इस मुद्दे पर जी20 में चर्चा करना ठीक नहीं है. वह आर्थिक विकास जैसे मुद्दों पर बात करने को तरजीह दे रहा है. 


पश्चिमी मुल्कों की परेशानी की बताई वजह


ग्लोबल टाइम्स में लिखा गया है कि पश्चिमी और पूर्वी मुल्कों को बांटने की कोशिश की जा रही है. इसमें बताया गया है कि पश्चिमी मुल्क आखिर किस वजह से ज्यादा परेशान नजर आ रहे हैं. चीन का कहना है कि पश्चिमी मुल्क ब्रिक्स के बढ़ते प्रभाव और विस्तार से परेशान हैं. वह उन मुद्दों को जी20 में उठाने की कोशिश कर रहे हैं, जिनसे विवाद हो सकता है. ग्लोबल टाइम्स में ये भी लिखा गया है कि अमेरिका जैसे देश भारत-चीन विवाद को तूल देकर दोनों देशों को भिड़ाने की कोशिश भी कर रहे हैं. 


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