भारत-मिडिल ईस्ट कॉरिडोर: पहले चीन और अब Turkiye को लगी मिर्ची! बोला-पूर्व से पश्चिम की लाइन तुर्किए से होकर गुजरती है
G20 Summit: भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर (IMEC) एक ट्रांसपोर्ट लिंक प्रोजेक्ट है. इसका मकसद रेलवे लाइनें और शिपिंग पोर्ट को एक साथ जोड़ना है.
G20 Summit 2023: हाल ही में जी 20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit 2023) का समापन हुआ. इसका आयोजन दिल्ली में 9 से 10 सितंबर के बीच किया गया था. इस दौरान दुनिया भर के कुल 29 देशों का प्रमुखों ने शिरकत की थी, जिसमें तुर्किए (Turkey) के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन (Recep Tayyip Erdogan) भी शामिल थे. हालांकि उन्होंने भारत की उस घोषणा का विरोध किया है, जिसमें भारत, सऊदी अरब और यूरोपीय संघ के नेताओं ने मिलकर भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप कॉरिडोर पर सहमति बनाई है, जो दक्षिण एशिया को यूरोप से जोड़ेगा और तुर्किए को बाईपास करेगा.
तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने सोमवार (11 सितंबर) को भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप कॉरिडोर पर बयान देते हुए कहा कि तुर्किए के बिना कोई कॉरिडोर नहीं हो सकता है. तुर्किए एक महत्वपूर्ण उत्पादन और व्यापार का आधार है. पूर्व से पश्चिम तक यातायात के लिए सबसे सुविधाजनक लाइन तुर्किए से होकर गुजरती है.
भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर
भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर (IMEC) एक ट्रांसपोर्ट लिंक प्रोजेक्ट है. इसका मकसद रेलवे लाइन और शिपिंग पोर्ट को एक साथ जोड़ना है. ये लाइन संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, जॉर्डन और इज़राइल से होकर गुजरेगी और फिर ग्रीस और यूरोप तक पहुंचेगी. IMEC के एक समझौता ज्ञापन पर यूरोपीय संघ, भारत, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका और दूसरे G20 भागीदारों ने हस्ताक्षर भी किया है.
इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य है, जिसमें शिपिंग टाइम को 40 फीसदी कर सके. इस तरह से अन्य लागतों और ईंधन के इस्तेमाल पर खर्च होने वाले पैसों को बचाया जा सके. हालांकि, इस प्रोजेक्ट में तुर्किए को शामिल नहीं किया गया है.
तुर्किए के दूसरे प्रोजेक्ट को समर्थन
वहीं तु्र्किए के राष्ट्रपति एर्दोगन ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि उन्हें पता है कि कई देश बिजनेस कॉरिडोर बनाकर अपने प्रभाव क्षेत्र का विस्तार करने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि, एक तरह जहां तुर्किए भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर का विरोध कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ तुर्किए इराक विकास सड़क परियोजना का समर्थन कर रहा है, जिसका उद्देश्य संयुक्त अरब अमीरात में बंदरगाहों के माध्यम से रेलवे और राजमार्ग के माध्यम से खाड़ी देश कतर और इराक को तुर्की और यूरोप से जोड़ना है.
एर्दोगन ने कहा कि विशेष रूप से यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद ने शनिवार को इस मुद्दे पर बहुत अधिक दृढ़ सुझाव दिया. तु्र्किए के राष्ट्रपति ने अमीराती नेता के हवाले से कहा कि इस मामले को लंबा न खींचें, हमें 60 दिनों में बातचीत खत्म कर देनी चाहिए.
IMEC को लेकर चीनी सोशल मीडिया
दिल्ली में हुए G20 शिखर सम्मेलन में भारत-मध्य पूर्व-यूरोप कॉरिडोर (IMEC) की घोषणा को लेकर चीनी चर्चा हो रही है. शंघाई स्थित समाचार साइट, गुंचा.सीएन ने वन बेल्ट, वन रोड पहल के खिलाफ IMEC को एक कंप्टिशन के तौर पर माना है. उन्होंने IMEC को एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट बताते हुए कहा कि वेर्स्टन देश साफ तौर से चीन की बेल्ट एंड रोड को चुनौती देने की कोशिश कर रहे हैं.