G20 Summit 2023 Delhi: इस वक्त सारी दुनिया की नजरें देश में चल रहे जी 20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) पर टिकी हुई हैं. इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दुनिया भर से 29 देशों के प्रमुख दिल्ली आए हुए हैं. जी 20 समिट के दौरान नेताओं का संयुक्त घोषणा पत्र भी जारी हुआ. इसको लेकर यूक्रेन (Ukraine) ने शनिवार (9 सितंबर) को अपनी प्रतिक्रिया दी. उसका कहना कि संयुक्त घोषणा पत्र में गर्व करने लायक कुछ भी नहीं था.
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओलेग निकोलेंको ने G20 घोषणा पत्र को लेकर आलोचना की और कहा कि इसमें रूस का उल्लेख नहीं किया गया है. उन्होंने G20 घोषणा पत्र के एक भाग का स्क्रीनशॉट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, जिसमें लिखे गए घोषणा पत्र के कई हिस्सों को लाल रंग से हटा दिया गया और शब्दों को सही किया गया.
यूक्रेन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओलेग निकोलेंको
यूक्रेन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओलेग निकोलेंको ने यूक्रेन वॉर के संदर्भ में लिखे गए वाक्यों को सही करते हुए ये दिखाने की कोशिश की कि उनका देश रूसी आक्रामकता का शिकार है. वहीं निकोलेंको ने फेसबुक पर लिखा, "यह स्पष्ट है कि (जी 20 बैठक में) यूक्रेनी पक्ष की भागीदारी से प्रतिभागियों को स्थिति को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी."
अपनी निराशा के बावजूद निकोलेंको ने घोषणा पत्र में देश की स्थिति को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देने के लिए यूक्रेन के सहयोगियों को धन्यवाद दिया. उन्होंने लिखा कि यूक्रेन उन साझेदारों का आभारी है जिन्होंने पत्र में मजबूत फॉर्मूलेशन शामिल करने की कोशिश की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान
रूस-यूक्रेन संघर्ष से संबंधित चुनौतियों के बावजूद जी 20 नेताओं ने शनिवार को वैश्विक सम्मेलन के पहले दिन संयुक्त घोषणा को अपनाया. इस घोषणा पत्र को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मुझे एक अच्छी खबर मिली है. हमारी टीम की कड़ी मेहनत के कारण नई दिल्ली जी20 लीडर्स समिट घोषणा पर आम सहमति बन पाई है. मेरा प्रस्ताव इस नेतृत्व घोषणा को अपनाने का है. मैं इस घोषणा पत्र को अपनाने की घोषणा करता हूं. इस अवसर पर मैं अपने शेरपा और मंत्रियों को बधाई देता हूं, जिन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की और इसे संभव बनाया है."
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