G20 Summit 2023 in Delhi: भारत में आयोजित जी 20 सम्मेलन में भाग लेने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत कई राष्ट्राध्यक्ष भारत आ रहे हैं. मेहमानों की लिस्ट में जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा का भी नाम शामिल है. जापान के विदेश मंत्रालय ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि फुमियो किशिदा नई दिल्ली में होने जा रहे जी 20 सम्मलेन का हिस्सा होंगे. गौरतलब है कि इस साल G20 की मेजबानी भारत कर रहा है, जिसमें दुनियाभर के 40 से ज्यादा देश और उन देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल होंगे. यह सम्मेलन 9-10 सितंबर को आयोजित किया जा रहा है.
खैर, आज हम जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की संपत्ति के बारे में बात करेंगे.
जापान के हिरोशिमा में 29 जुलाई, 1957 को जन्मे फुमियो किशिदा जापान के 64वें प्रधानमंत्री हैं. किशिदा 4 अक्टूबर 2021 से जापान के प्रधानमंत्री के पद पर हैं. इससे पहले फुमियो किशिदा शिंजो आबे सरकार के दौरान 2012 से 2017 तक जापान के विदेश मंत्री रह चुके हैं. बता दें कि सितंबर 2021 में, किशिदा को रूढ़िवादी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी का अध्यक्ष चुना गया था.
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की सालाना कमाई 1,59,69,976.00 रुपये है. वहीं, उन्हें हर महीने मिलने वाले तनख्वाह की बात करें तो उन्हें 13 लाख तीस हजार रुपये हर महीने मिलता है. प्रतिदिन की वेतन की बात करें तो उन्हें 61 हजार रुपये मिलते हैं. जापानी प्रधानमंत्री की कुल संपत्ति की बता करें तो 1 जून, 2023 तक, उनकी कुल संपत्ति लगभग $5 मिलियन थी.
पिता की मृत्यु के बाद जीते थे चुनाव
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के पिता और दादा पूर्व राजनेता थे जो निचले सदन के सदस्य थे, और साथ ही, पूर्व प्रधान मंत्री किइची मियाज़ावा उनके दूर के रिश्तेदार हैं. किशिदा ने वासेदा विश्वविद्यालय में कानून की पढ़ाई की और 1982 में स्नातक की उपाधि प्राप्त की. 1993 में किशिदा ने अपने पिता की मृत्यु के बाद, वह हिरोशिमा के एक जिले में अपने पिता की सीट से चुनाव लड़े और उस सीट से उनकी पहली राजनीतिक लड़ाई में जीत हुई। इसी जीत से इनका राजनीतिक सफर की शुरुआत हुई.
अमेरिका में नस्लीय भेदभाव का शिकार हुए थे जापानी पीएम
पीएम फुमियो किशिदा के पिता को एक समय संयुक्त राज्य अमेरिका में काम करने के लिए नियुक्त किया गया, तब उनका पूरा परिवार न्यूयॉर्क शिफ्ट हो गया था. हालांकि अमेरिका में बिताये दिन मियो के लिए कभी सुखद नहीं कहे जा सकते. उन्होंने अमेरिका के क्वींस के एक प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई की, जहां उन्हें जापानी होने के कारण कई बार ताना मारा गया. वह अक्सर भेदभावपूर्ण टिप्पणियों के शिकार बना करते थे. एक शो में पीएम किशिदा ने उन दिनों को याद करते हुए कहा था कि अमेरिका में उन अनुभवों ने उनके अंदर न्याय की मजबूत भावना पैदा की.