G20 Summit 2023 India: नई दिल्ली में आयोजित इस साल का जी20 शिखर सम्मेलन भारत के लिए ऐतिहासिक रहा है. इस सम्मलेन के दौरान भारत-पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच कॉरिडोर बनाए जाने के लिए समझौता हो चुका है. जिसे भारत के लिए बड़ा सफलता माना जा रहा है. हालांकि इस समझौते की खबर के बाद पड़ोसी देश पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. पाकिस्तान के लोग जी20 शिखर सम्मेलन के बाद से ही अपनी सरकार को कोस रहे हैं.
'भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे' की घोषणा के बाद पाकिस्तान के लोग इस हद तक तिलमिलाए हुए हैं कि वे खुद पर शर्मिंदगी महसूस कर रहे हैं, साथ ही इसे आखिरी वेक-अप कॉल बता रहे हैं और देश की सरकार में बदलाव की मांग कर रहे हैं. एक पाकिस्तानी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि एक पाकिस्तानी होने के नाते मुझे काफी ज्यादा शर्म आ रही है.
पाकिस्तान के लिए शर्म की बात
दरअसल, अवैस तरार नाम के यूजर ने लिखा है कि यदि इस्लामाबाद में नीति निर्माताओं के पास थोड़ी सी भी बुद्धि और जागरूकता होती तो यह भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा पाकिस्तान से होकर गुजरता और हम वैश्विक अर्थव्यवस्था, पर्यटन और कनेक्टिविटी का केंद्र बन गए होते. यह हम सभी के लिए शर्म का क्षण है.
इस यूजर ने आगे लिखा है कि अभी भी हमारे पास चीजे सुधारने का समय है. हमें आतंकवादी संगठनों से छुटकारा पाना होगा, भारत से नफरत की नीति को त्यागना होगा. अपने सभी पड़ोसियों के लिए, चाहे वे किसी भी धर्म और संप्रदाय के हों, अपनी सीमाएं और दिल खोलने होंगे. वहीं, एक यूजर ने लिखा है कि नीति निर्माता देश को लेकर गंभीर नहीं हैं. वहीं, उजैर यूनुस नाम के एक यूजर ने लिखा है कि शायद यह हमारे लिए आखिरी वेक-अप कॉल है.
इकोनॉमिक कॉरिडोर में ये देश हैं शामिल
बता दें कि जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान 'इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर' की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए हैं, जिससे एशिया, अरब की खाड़ी और यूरोप के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी. 'इंडिया- मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर' में भारत, यूएई, सऊदी अरब, यूरोपियन यूनियन, फ्रांस, इटली, जर्मनी और अमेरिका शामिल हैं.