G20 Summit 2023 India: इस साल जी20 की मेजबानी कर रहे भारत पर पूरे दुनिया की निगाहें हैं. हर तरफ भारत के ऐतिहासिक आयोजन की चर्चा हो रही हैं. विदेशी मीडिया भारत में हो रहे जी-20 शिखर को लेकर बहुत कुछ रिपोर्ट कर रही है. सकारात्मक के साथ साथ नकारात्मक पहलुओं को भी विदेशी मीडिया रिपोर्ट कर रही है. जिसपर भारत का हमेशा से करीबी रहा रूस भड़का हुआ है. रूस ने भारत के आयोजन की आलोचना करने वाले पश्चिम की मीडिया को लताड़ लगाई है. 


दरअसल, रसियन टाइम्स (आरटी) ने पश्चिमी मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा है कि भारत शानदार तरीके से पहली बार दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के संगठन जी20 की मेजबानी कर रहा है. लेकिन पश्चिमी मीडिया इन चीजों पर फोकस नहीं करके, सिर्फ नकारात्मक खबरें ही चल रही हैं. यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण हैं. 


पश्चिमी मीडिया का निगेटिव ख़बरों पर फोकस


आरटी ने अपने लेख में कहा है कि पश्चिमी मीडिया में भारत की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित जी20 सम्मलेन को लेकर निगेटिव ख़बरों पर फोकस किया है. विदेश पत्रकारों ने अपनी रिपोर्ट में इस मुद्दे को प्राथमिकता के साथ उठाया है कि कैसे भारतीय अधिकारियों ने जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले गरीब बस्तियों को हटाने करने के लिए सौंदर्यीकरण अभियान चलाया. लेकिन पश्चिम की मीडिया ने यह नहीं दिखाया कि इस कार्यक्रम के लिए भारतीय अधिकारियों ने कैसे मेहनत किया.  इसे सफल बनाने के लिए वे कब से जुटे हुए थे. 


नकारात्मक कहानियां ढूढ़ना आसान 


आरटी ने आगे कहा है कि पश्चिम के पत्रकार जी-20 के दौरान सिर्फ नकारात्मक कहानियां ढूंढ रहे हैं. उनकी ये रिपोर्ट इस बात का प्रमाण है कि गैर-पश्चिमी देशों के बारे में कुछ भी लिख देना कितना आसान है. रशियन टीवी ने आगे है कि इस आयोजन में कुछ खामियां थीं, लेकिन इस तरह की खमियां अधिकांश देशों की बैठकों में होता है.


बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार इस आयोजन के लिए पैसे को पानी की तरह बहा रही है. इस आयोजन पर 10 करोड़ डॉलर से अधिक का खर्च आने का अनुमान है. देश के 50 से अधिक शहरों में जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले क़रीब 200 बैठकें हुई हैं. 


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