G7 Summit: जापान (Japan) में अभी जी-7 की मीटिंग चल रही हैं. इस दौरान इस जी-7 समूह के प्रमुख आए हुए हैं. इस दौरान जी-7 समूह के सदस्य देश अमेरिका के अधिकारी ने कहा कि जी-7 शनिवार (19 मई) को आर्थिक स्थिति से मुकाबला करने के लिए कॉमन टूल का इस्तेमाल करने पर सहमत हुआ है. इसके पीछे उनका खास मकसद चीन के हाई टेक्निकल एक्सपोर्ट को कम करना है.
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने हिरोशिमा में जी-7 शिखर सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा कि जी-7 देशों का मकसद है ज्यादा से ज्यादा सप्लाई चेन को बेहतर बनाया जाए, जो इस वक्त ऐसे कुछ क्षेत्रों में चीन का दबदबा है और उन पर निर्भर है.
कई मुद्दों पर का किया शामिल
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने जी-7 शिखर सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा कि हमारे समझौते में सेंसिटिव टेक्नोलॉजी को बचाए रखने के तरीके को खोजना, टेक्निकल एक्सपोर्ट को कंट्रोल करना और आउटबाउंड निवेश पर ध्यान देना शामिल है.
सुलिवन ने कहा कि चीन से कैसे निपटा जाए, इस पर अमेरिका और यूरोपीय संघ के देशों के बीच पिछले मतभेद काफी हद तक फीके पड़ चुके हैं. उन्होंने कहा कि साझा रणनीति में चीन के साथ सीधे टकराव से बचते हुए पश्चिमी शक्तियों की रक्षा करने की जरूरत पर जोर दिया जाएगा.
चीन के खिलाफ आर्थिक मोर्चे पर मजबूत बनने
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि जब चीन जनवादी गणराज्य की बात आती है तो जी-7 नेता भी हमारे साझा और गठबंधन दृष्टिकोण पर एक बयान के साथ सामने आएंगे. हम आपसी हित के मुद्दों पर एक साथ काम करने के लिए तत्पर है.
ये हमारी आर्थिक चिंताओं को दर्शाता है और इस बात को चीन भी बेहतर तरीके से समझता है तो इस पर आश्चर्य की कोई बात नहीं है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साल 2021 में पदभार संभालने के बाद से हमारी कूटनीति के तहत चीन के खिलाफ आर्थिक मोर्चे पर मजबूत बन ने के मुद्दे को जी-7 के सम्मेलन में उठाया गया है.