G7 Statement on Russia Ukraine War: दुनिया के सात विकसित और अमीर देशों के समूह 'ग्रुप ऑफ सेवन' (G7) के नेताओं ने यूक्रेन संकट (Ukraine Crisis) लेकर संयुक्त बयान जारी किया है. G7 नेताओं ने रूस को निशाने पर लेते हुए कहा कि हम यूक्रेन के खिलाफ रूसी सेना के अवैध, अनुचित और अकारण युद्ध के खिलाफ एकसाथ खड़े होने की अपनी प्रतिबद्धता को जाहिर करते हैं.


हिरोशिमा में हो रही G7 समिट के दौरान G7 नेताओं ने बयान में कहा, "हम कड़े शब्दों में, रूस के यूएन के चार्टर का उल्लंघन करने और रूसी आक्रमण के बाकी दुनिया पर पड़े प्रभाव की निंदा करते हैं." बयान में कहा गया- हम "शांति के प्रतीक" हिरोशिमा से शपथ लेते हैं कि G7 सदस्य हमारे सभी नीतिगत साधनों को जुटाएंगे और यूक्रेन के साथ मिलकर यूक्रेन में जल्द से जल्द एक व्यापक, न्यायपूर्ण और स्थायी शांति लाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.




यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की भी G7 समिट में
इस बीच खबर आई है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर ज़ेलेंस्की भी जापान पहुंच रहे हैं. इस बारे में जापान के विदेश मंत्रालय ने शनिवार, 20 मई की सुबह ही आधिकारिक तौर पर यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोदिमिर ज़ेलेंस्की की यात्रा की घोषणा की. मंत्रालय ने बताया कि ज़ेलेंस्की रविवार को G-7 नेताओं के साथ आमने-सामने के सत्र में भाग लेंगे और G-7 नेताओं और आमंत्रित देशों के लोगों के साथ शांति और स्थिरता पर एक सत्र के अतिथि भी होंगे. 


हिरोशिमा में मोदी से मिल सकते हैं जेलेंस्की
जापान के विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि जापानी पीएम किशिदा और यूक्रेनी राष्ट्रपति एक द्विपक्षीय बैठक करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, जापान में यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की भारतीय पीएम मोदी के साथ भी एक बैठक हो सकती है. इससे पहले आज, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा से मुलाकात की और "व्यापार, अर्थव्यवस्था और संस्कृति सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत-जापान दोस्ती" बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की.


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