Happiness Report: दुनिया के सबसे ताकतवर देश में 47 प्रतिशत लोग ही 'खुश', कुंवारों से शादीशुदा ज्यादा मस्त, जानिए कहां है आंकड़ा
Happiness Report: गैलप के एक नए सर्वेक्षण के अनुसार अमेरिकियों ने इस वर्ष व्यक्तिगत जीवन से कम संतुष्ट होने की रिपोर्ट की है. इसके पीछे की वजह अमेरिका में बढ़ती आर्थिक असुरक्षा बताई जा रही है.
Happiness Report: नई गैलप रिपोर्ट के अनुसार आधे से भी कम यानी 47 प्रतिशत अमेरिकियों ने कहा कि वे अपने निजी जीवन से "संतुष्ट" हैं. दो दशक से अधिक समय में यह तीसरी बार है जब आधे से कम अमेरिकियों ने अपने जीवन से उच्च संतुष्टि की सूचना दी है. पिछले साल के मुताबिक इस साल 3 प्रतिशत लोगों की खुशी में कमी आई है.
रिपोर्ट के मुताबिक अधिक पैसा कमाने वाले लोगों ने अधिक संतुष्टि की रिपोर्ट की है. इसके साथ ही विवाहित और धार्मिक चीजों से जुड़े लोगों में भी आत्म-संतुष्टि की दर अधिक पाई गई है. पिछले साल की तरह इस बार भी कॉलेज के छात्र, राजनीति से जुड़े लोग और 55 साल से अधिक उम्र के लोग ज्यादा संतुष्ट पाए गए हैं.
अमेरिका में कितने प्रतिशत लोग खुश और कितने दुखी
रिपोर्ट के मुताबिक 31 प्रतिशत अमेरिकियों ने कहा कि वे कुछ हद तक संतुष्ट हैं, 11 प्रतिशत लोगों ने कहा कि हद तक असंतुष्ट हैं और और 9 प्रतिशत ने कहा कि वे बहुत असंतुष्ट हैं. वहीं अगर 2011 की बात करें तो उस समय मात्र 46 प्रतिशत अमेरिकी लोगों ने अपने जीवन में संतुष्टि की बात स्वीकार की थी.
अर्थशास्त्री और इंस्टीट्यूट ऑन होलिस्टिक वेल्थ की संस्थापक कीशा ब्लेयर ने न्यूजवीक को बताया कि, हाल की वैश्विक घटनाओं से मौजूदा आर्थिक चुनौतियां बढ़ गई हैं. "वित्तीय स्थिरता और नौकरी की सुरक्षा को लेकर लोग तनाव में हैं, ऐसे में असंतोष की भावना बढ़ना स्वाभाविक है.
तनाव की वजह ये भी हो सकती हैं-
NusolaceTherapy.com की पेंसिल्वेनिया स्थित चिकित्सक सामंथा नुसोम ने कहा कि अमेरिकियों को अधिक काम करने के लिए प्रेरित किया गया है, इसकी वजह से वह काफी चिढ़े रहते हैं और थकावट होने के कारण लोग निगेटिव रिपोर्ट कर रहे हैं.
कैलिफोर्निया की मनोवैज्ञानिक कार्ला मैरी मैनली ने न्यूजवीक को बताया कि "जब अमेरिकी लोग भोजन, घर और हेल्थ जैसी बुनियादी चीजों का खर्च उठाने में फेल होते हैं, तो उनके तनाव का स्तर बढ़ना स्वाभाविक है." उन्होंने कहा कि "कई अमेरिकी घुटनों तक कर्ज में डूबे हुए हैं, इसलिए अपने जीवन में असंतुष्ट हैं."
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