Georgia Parliament: जॉर्जिया की संसद में जमकर हुआ बवाल, एक बिल को लेकर आपस में भिड़ गए सांसद
Georgia Parliament: जॉर्जिया (Georgia) में विरोधी पार्टी के सांसदों का कहना है कि यह 2012 के एक रूसी कानून की याद दिलाता है, जिसका इस्तेमाल सिविल सोसाइटी पर नकेल कसने के लिए किया गया.
Georgia Politicians Fight in Parliament: जॉर्जिया (Georgia) की संसद में नेताओं ने जमकर बवाल काटा है. गुरुवार (2 मार्च) को एक बिल को लेकर सांसद आपस में भिड़ गए. सांसदों के बीच हाथापाई तक की नौबत आ गई. पार्लियामेंट में लात-घूंसे तक चल गए. संसद में विरोधी दलों के नेताओं ने सत्तारूढ़ पार्टी की ओर से समर्थित एक विवादास्पद "फॉरेन एजेंट" बिल (Foreign Agents Bill) पर समिति की सुनवाई को बाधित कर दिया.
आलोचकों का कहना है कि सत्ता में बैठे लोग बदलाव कर नकेल कसना चाहते हैं. अमेरिका (US) ने भी इस पर चिंता जताई है.
जॉर्जिया की संसद में जमकर बवाल
विपक्षी सांसदों और सत्तारूढ़ जॉर्जिया ड्रीम पार्टी के लोगों के बीच बिल को लेकर जमकर हाथापाई हुई. जॉर्जिया के मीडिया की ओर से प्रसारित फुटेज में साफ तौर से देखा जा सकता है कि किस तरह से पार्लियामेंट में सांसद बवाल कर रहे हैं. विरोधी पक्ष के सांसद 'फॉरेन एजेंट' बिल का विरोध कर रहे हैं. आलोचकों ने कहा है कि यह 2012 के एक रूसी कानून की याद दिलाता है, जिसका इस्तेमाल सिविल सोसाइटी पर नकेल कसने के लिए किया गया.
Skirmish in the Georgian parliament during the discussion of controversial draft law on 'foreign agent' similar to one in Russia.#Georgia pic.twitter.com/AiPC1kumcC
— sam martirosyan (@sammartirosyan9) March 2, 2023
फरवरी में, 60 से अधिक मीडिया आउटलेट्स और सिविल सोसाइटी ग्रुप ने कहा कि अगर बिल को पारित किया गया तो वे कानून का पालन नहीं करेंगे. जॉर्जिया के राष्ट्रपति सैलोम ज़ोराबिचविली ने कहा है कि वह बिल को वीटो कर देंगी, हालांकि संसद उनके वीटो को ओवरराइड कर सकती है. बिल ने अमेरिका सहित कई देशों की चिंता को बढ़ाया है.
अमेरिका ने जताई चिंता
गुरुवार को अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि इस बिल का अभिव्यक्ति की आजादी और लोकतंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. नेड प्राइस ने संवाददाताओं से कहा, "ये बिल जॉर्जिया के उन नागरिकों की आवाज को चुप कर देगा, जो अपने समुदायों के लिए एक बेहतर देश बनाने के लिए समर्पित हैं"
रूस ने पहले लागू किया इस तरह का कानून
रूस ने साल 2012 में "फॉरेन एजेंट" पर अपना पहला कानून बनाकर इसे अपनाया था. तब से इसे एनजीओ, मीडिया आउटलेट्स और पत्रकारों सहित व्यक्तिगत तौर पर रूसी नागरिकों को शामिल करने के लिए विस्तारित किया गया है. पिछले साल जून में यूरोपियन कोर्ट ऑफ ह्यूमन राइट्स (ECHR) ने फैसला सुनाया था कि फॉरेन एजेंट पर रूस के कानून ने नामित समूहों के अधिकारों का उल्लंघन किया.
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