Turkiye-Syria Earthquake: तुर्किए (Turkiye) और सीरिया (Syria) में आए विनाशकारी भूकंप के बाद से ऐसी-ऐसी कहानियां सामने निकल के आ रही है, जिसके बारे में जानने के बाद लोग भावुक हो जा रहे हैं और चमत्कार भी मान रहे हैं. भूकंप आने के बाद से अब तक 22 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं हजारों लोग गंभीर रूप से घायल हैं. 


तुर्किए और सीरिया में लोगों को मलबे से निकाला जा रहा है, इसके लिए युद्ध स्तर पर रेस्क्यू टीम लगी हुई है. इस दौरान शुक्रवार (10 फरवरी) को जर्मनी की रेस्क्यू टीम ने एक 40 साल की महिला को मलबे से बाहर निकाला. सबसे बड़ी बात ये रही है कि महिला करीब 104 घंटे से मलबे के अंदर दबी हुई थी.


महिला को मलबे से बाहर निकाला


जर्मनी की रेस्क्यू टीम ने जिस 40 साल की महिला को मलबे से बाहर निकाला, उसका नाम जेनेप कहरामन है. रेस्क्यू टीम ने महिला को बहुत ही सावधानी से स्ट्रेचर की मदद से बाहर निकाला. महिला के ऊपर कई बड़े-बड़े सीमेंट की दीवार और एक लोहे का मुड़ा हुआ रॉड भी पड़ा हुआ था. महिला को जैसे ही बाहर निकाला गया, आस-पास के लोग खुशी से झूम उठे. वहां पर खड़े सारे लोग ऊपर वाले का शुक्रिया अदा करने लगे.


अब चमत्कारों में विश्वास करती हूं


इंटरनेशनल रेस्क्यू टीम की कैप्टन स्टीवन बायर ने कहा कि अब मैं चमत्कारों में विश्वास करती हूं. पहले मैंने सिर्फ सुना था. उन्होंने कहा कि जब महिला को बाहर निकाला गया तो लोग एक-दूसरे को खुशी से गले लगा रहे थे. यह बड़ी राहत की बात है कि ऐसी परिस्थितियों में यह महिला इतनी फिट निकली. यह एक चमत्कार है. तुर्किए और सीरिया में लोग भूकंप के अलावा भीषण सर्दी से मुकाबला कर रहे हैं. लाखों लोग बेघर हो गए हैं. खाने की कमी हो गई है. हाल ही में एक 6 साल की बच्ची को भारत की ओर से भेजी गई एनडीआरएफ की टीम ने मलबे से बाहर निकाला था. 


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