जर्मनी में गिरी ओलाफ शोल्ज की सरकार, विश्वास मत में विरोध में पड़े वोट, अब समय से पहले होगा चुनाव
जर्मनी की संसद में विश्वास मत सत्र के दौरान कुल 733 संसद सदस्यों ने वोट डाला. इसमें से मात्र 207 सदस्यों ने ही शोल्ज सरकार के पक्ष में वोट दिया. जबकि इसके विरोध में कुल 394 वोट डाले गए.
Vote of Confidence in Germany : जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज की सरकार अब गिर चुकी है. ओलाफ शोल्ज की सरकार ने जर्मनी की संसद में विश्वास मत को खो दिया है. सोमवार (16 दिसंबर) को जर्मन संसद ने विश्वास मत के लिए मतदान किया. जिसमें ओलाफ शोल्ज और उनकी सरकार ने सदन में विश्वास मत खो दिया. जर्मन संसद के विश्वास मत खोने से 23 फरवरी, 2025 को समय से पहले होने वाले चुनाव का रास्ता साफ हो गया है.
विश्वास मत के लिए 733 संसद सदस्यों ने किया वोट
जर्मनी की संसद में विश्वास मत सत्र के दौरान कुल 733 संसद सदस्यों ने वोट डाला. इसमें से मात्र 207 सदस्यों ने ही शोल्ज सरकार के पक्ष में वोट दिया. जबकि इसके विरोध में कुल 394 वोट डाले गए. जर्मन संसद में ये प्रस्ताव पिछले महीने चांसलर शोल्ज के तीन-पक्षीय गठबंधन के पतन के बाद आया है.
उल्लेखनीय है कि चांसलर ओलाफ शोल्ज ने बजट और आर्थिक नीतियों पर असहमति के कारण नवंबर महीने में पूर्व वित्त मंत्री क्रिश्चियन लिंडनर को बर्खास्त कर दिया था. लिंडनर की फ्री डेमोक्रेटिक पार्टी (एफडीपी) ने गठबंधन से बाहर निकलने का ऑप्शन चुना था. इस ऑप्शन के चुनाव के बाद शोल्ज के सोशल डेमोक्रेट्स (एसपीडी) और ग्रीन्स संसद में अल्पमत में आ गए थे. जर्मनी के सामने ये राजनीतिक संकट ऐसे समय पर खड़ा हुआ है जब देश पहले से आर्थिक और इंफ्रास्ट्रक्टर से संबंधित चुनौतियों का सामना कर रहा है.
60 दिनों के अंदर कराना होगा चुनाव
जर्मनी के संविधान के मुताबिक, अगर संसद में चांसलर विश्वास मत हार जाते हैं, तो राष्ट्रपति को संसद को भंग कर सकते हैं और चुनाव की घोषणा कर सकते हैं. संसद में विश्वास मत के चुनाव होने के बाद अब जर्मन राष्ट्रपति फ्रैंक वाल्टर स्टीनमीयर के पास संसद भंग करने के लिए 21 दिन का समय है और संसद भंग होने के 60 दिनों के अंदर चुनाव कराना होगा.
पार्टियों ने कर दिया अपने चांसलर उम्मीदवारों की घोषणा
जर्मनी के अगले चांसलर के चुनाव के लिए प्रचार पहले ही शुरू हो चुका है, हालांकि विश्वास मत पर वोटिंग सोमवार (16 सोमवार) को हुई. वहीं विभिन्न पार्टियों ने अपने-अपने चांसलर के उम्मीदवारों की भी घोषणा कर दी है. जहां सरकार गिरने के बावजूद एसडीपी ने शोल्ज को अपने उम्मीदवार चुना है. वहीं, विपक्षी नेता फ्रेडरिक मर्ज सीडीयू पार्टी की ओर से चुनाव में उतरेंगे.