नई दिल्ली: कोरोना महामारी के फैलाव को रोकने के लिए जर्मनी की संघीय सरकार और देश के सभी 16 राज्यों की सरकारों ने 31 जनवरी तक लॉकडाउन लगाने की घोषणा कर दी है. मंगलवार को चांसलर एंजेला मर्केल और राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच बैठक हुई, जिसके बाद ये निर्णय लिया गया.


मंगलवार को चांसलर मर्केल ने क्षेत्रीय गवर्नरों के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए मर्केल ने देश में 31 जनवरी तक लॉकडाउन लगाने की घोषणा की. उन्होंने कहा, "कोरोना वायरस के मामलों में इजाफा हो रहा है. हम 31 जनवरी तक देश में लॉकडाउन लगा रहे हैं. हमने लोगों के हित को देखते हुए ये कदम उठाया है."


लागू किए गए सख्त नियम 


पूरे जर्मनी में हार्ड-हिट क्षेत्रों के निवासियों के लिए पहली बार गैर-आवश्यक यात्रा के लिए नए नियम लागू किए गए हैं. नए नियम के मुताबिक, किसी एक घर के सदस्यों को सार्वजनिक रूप से केवल एक अन्य व्यक्ति से मिलने की अनुमति होगी. इसके अलावा, अगर जरूरी न हो तो घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी. कई अन्य यूरोपीय देशों की तरह, जर्मनी भी कोरोना वायरस की दूसरी लहर को रोकने के लिए संघर्ष कर रहा है. इससे पहले ब्रिटेन ने मंगलवार को अपना तीसरा कोविड-19 लॉकडाउन शुरू किया, जिसमें लोगों को घर में ही रहने के आदेश दिए गए थे.


जनवरी के अंत तक बंद रहेंगे सभी स्कूल 


गाइडलाइंस के मुताबिक, जनवरी के अंत तक दुकानें और रेस्टोरेंट बंद रहेंगे. कम से कम महीने के अंत तक ऑनलाइन आयोजित होने वाली कक्षाओं के साथ स्कूल भी बंद रहेंगे. इस विषय पर जानकारी देते हुए चांसलर ने कहा कि वह और राज्य के अन्य नेता 25 जनवरी को नए उपायों की समीक्षा करेंगे.


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