Germany-India Relation: जर्मनी (Germany) के नए रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस (Boris Pistorius) भारत के दौरे पर आने वाले हैं. इससे पहले सोमवार (5 जून) को एक इंटरव्यू के दौरान बोरिस पिस्टोरियस भारत के हथियारों की सप्लाई पर बात करते हुए कहा कि भारत का रूसी हथियारों पर निर्भर रहना जर्मनी के हित में नहीं है. भारत लंबे समय से अपनी रक्षा जरूरतों के लिए रूस पर निर्भर रहा है.


बता दें कि भारत हथियारों के लिए रूस पर निर्भर है और अब यूक्रेन से रूस की लड़ाई शुरू होने के बाद भारत सस्ते दामों पर रूस से कच्चे तेल भी खरीद रहा है. 


भारत को पनडुब्बी बेचने की संभावना
बोरिस पिस्टोरियस ने इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि इस स्थिति  (भारत का रूस पर निर्भरता) को जर्मनी अपने दम पर नहीं बदल सकता है. ये एक ऐसा मुद्दा है जिसे हमें अन्य भागीदारों के साथ संयुक्त रूप से हल करना होगा.


हमें नहीं चाहते कि भारत लंबे समय तक रूस पर हथियारों और दूसरी चीजों के लिए इतना निर्भर रहे. उन्होंने कहा कि मैं एक संकेत देना चाहता हूं कि हम अपने भागीदारों को समर्थन देने के लिए तैयार हैं. उदाहरण के तौर पर हम भारत को पनडुब्बी बेच सकते हैं. 
 
भारत रूस से कौन से हथियार खरीदता है?
भारत और रूस के रिश्ते जगजाहिर है. भारत रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान ग्लोबल प्रेशर के बावजूद रूस से लगातार तेल खरीदता आ रहा है. इसको लेकर पश्चिमी देशों ने भारत पर दबाव बनाने की कोशिश भी की. हालांकि, भारत रूस से हथियार खरीदने को लेकर ज्यादा निर्भर रहा है. 



  • इंडियन एयरफोर्स रूस से कई तरह के लड़ाकू विमान खरीदता है, जिसमें सुखोई MU- 30 MKI, मिग-21 ,IAL-76 शामिल है

  • भारत रूस के ट्रांसपोर्ट प्लेन और हेलीकॉप्टर भी खरीदता है, जिसमें एंटोनो AN-32, MI-35 और MI-17V हेलिकॉप्टर शामिल है.

  • भारतीय आर्मी रूसी टैंक T 72 और T90 टैंक का इस्तेमाल करता है.

  • भारतीय नेवी समुद्र में निगरानी रखने के लिए IL-38 और कामोव K-31 हेलीकॉप्टर इस्तेमाल करता है.


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