बर्लिन: जर्मनी की पुलिस ने आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट की तरफ से बर्लिन के क्रिसमस बाजार पर किए गए जानलेवा ट्रक हमले में संलिप्त होने के संदेह में आज एक ट्यूनीशियाई नागरिक की तलाश शुरू कर दी जिसकी देश में शरण की अर्जी खारिज कर दी गयी थी.
अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध 24 साल अनीस आमरी एक हमले की योजना बनाने के लिए पहले से ही जांच के घेरे में था. इस घटनाक्रम से लोगों में आक्रोश बढ़ने की आशंका है.
आमरी से संबंधित शरणार्थी कार्यालय के कथित दस्तावेजों को देखने के बाद उसके आईएस से संबंध होने का संदेह है. ये दस्तावेज उस लॉरी में पाए गए थे जिसका हमले में इस्तेमाल किया गया. हमले में 12 लोग मारे गए.
संघीय अभियोजक कार्यालय ने आमरी के सिर पर 100,000 यूरो यानी 104,000 डॉलर का ईनाम रखा है. यह ईनामी राशि उस व्यक्ति को दी जाएगी जो आमरी की गिरफ्तारी के संबंध में पुख्ता जानकारी मुहैया कराएंगे. कार्यालय ने आमरी को हिंसक और हथियार से लैस बताया है.