नई दिल्ली: यूरोप समेत दुनिया के कई देशों में कंप्यूटर वायरस के हमले की खबर है. खबर है कि यूरोप, अमेरिका, चीन और रूस में कई जगह कंप्यूटर्स ने काम करना बंद कर दिया है. हमले के लिए रेनसमवेयर नाम के वायरस को जिम्मेदार माना जा रहा है. ब्रिटेन की नेशनल हेल्थसर्विस रेनसमवेयर से बुरी तरह प्रभावित हुई है.


फिरौती मांगे जाने की खबर


इंग्लैंड के कई अस्पतालों का कहना है कि उन्हें अपने कंप्यूटर खोलने में परेशानी हो रही है. जो कंप्यूटर्स हैक हुए हैं उन्हें खोलने पर एक मैसेज दिखाई दे रहा है जिसमें कहा गया है कि फ़ाइल रिकवर करना चाहते हो तो पैसे चुकाने होंगे. बिटकॉइन में फिरौती मांगे जाने की खबर है.


कई देशों में रेनसमवेयर नाम के कंप्यूटर वायरस को साइबर हमले के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है. रेनसमवेयर एक ऐसा वायरस है जो कंप्यूटर्स फ़ाइल को बर्बाद करने की धमकी देता है. धमकी दी जाती है कि यदि अपनी फ़ाइलों को बचाना है तो फीस चुकानी होगी.


ये वायरस कंप्यूटर में मौजूद फ़ाइलों और वीडियो को इनक्रिप्ट कर देता है और उन्हें फिरौती देने के बाद ही खोला जा सकता है. अभी ये कंप्यूटर वायरस भारत में नहीं फैला है, लेकिन खतरा बरकरार है.


कंप्यूटर वायरस से बचने के लिए क्या करें


अपने सिस्टम में किसी अच्छी कंपनी का एंटी वायरस डालें. एंटी वायरस की आखिरी तारीख याद रखें और उसे अपडेट कराते रहें. जब भी अपने कंप्यूटर को मोबाइल, पैन ड्राइव या किसी दूसरे डिवाइस से जोड़ें तो उसे स्कैन करें. किसी ऑनलाइन साइट से कुछ डाउनलोड करें या कुछ देखें तो पहले देख लें कि वो साइट रजिस्टर्ड हो. अपने सिस्टम को समय समय पर फॉर्मेट कराते रहें.


क्या है रेनसमवेयर कंप्यूटर वायरस


कई देशों में रेनसमवेयर नाम के कंप्यूटर वायरस को साइबर हमले के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है. रेनसमवेयर एक ऐसा वायरस है जो कंप्यूटर्स फ़ाइल को बर्बाद करने की धमकी देता है. धमकी दी जाती है कि यदि अपनी फ़ाइलों को बचाना है तो फीस चुकानी होगी. ये वायरस कंप्यूटर में मौजूद फ़ाइलों और वीडियो को इनक्रिप्ट कर देता है और उन्हें फिरौती देने के बाद ही खोला जा सकता है.