Russia Ukraine war: गूगल (Google)  ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर रिपोर्टिंग करने वाले डिजिटल प्रकाशकों के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं. प्रकाशकों के लिए दिशानिर्देश में कहा गया है कि गूगल युद्ध का फायदा उठाने,  युद्ध को खारिज करने या उसे अनदेखा करने वाली सामग्री के मॉनेटाइजेशन (monetisation) को रोक रहा है.


गूगल की तरफ से कहा गया, "यूक्रेन में युद्ध के कारण, हम उस सामग्री के मॉनेटाइजेशन को रोकते हैं जो युद्ध का फायदा उठाती है,  युद्ध को खारिज करती है या युद्ध की निंदा करती है. कृपया ध्यान दें, कि हम पहले से ही यूक्रेन में युद्ध से संबंधित उन दावों पर कार्रवाई कर रहे हैं,  जिन्होंने मौजूदा नीतियों का उल्लंघन किया था. उदाहरण के लिए, खतरनाक या अपमानजनक कंटेंटे पॉलिसी हिंसा को भड़काने वाली या दुखद घटनाओं से इनकार करने वाली सामग्री का मॉनेटाइजेशन करने पर रोक लगाती है.”


और क्या कहा गूगल ने ?
गूगल का कहना है कि यह अपडेट स्थिति को स्पष्ट करने के लिए है जबकि कुछ मामलों में अपनी प्रकाशक गाइडलाइन का विस्तार है जो कि वर्तमान संघर्ष से संबंधित है. गूगल अपनी सभी प्रकाशक नीतियों और गूगल प्रकाशक प्रतिबंधों को नए प्रकाशक नीति सहायता केंद्र में माइग्रेट और समेकित करने की प्रक्रिया में है.


रूसी हैकर्स ने की ये कोशिश 
इससे पहले 30 मार्च को गूगल के थ्रेट एनालिसिस ग्रुप ने प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा कि रूसी हैकर्स ने हाल ही में नाटो और कुछ पूर्वी यूरोपीय देशों की सेनाओं के नेटवर्क में घुसने का प्रयास किया है.


रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि कोलड्राइवर या कैलिस्टो नामक रूसी-आधारित समूह द्वारा शुरू किए गए "क्रेडेंशियल फ़िशिंग अभियान" का टारगेट कौन सी सेनाएं थीं.  रिपोर्ट में कहा गया, "ये कैंपेन नए बनाए गए जीमेल अकाउंट्स का उपयोग करके गैर-गूगल खातों में भेजे गए थे, इसलिए इन अभियानों की सफलता दर अज्ञात है."


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