H-1B visa: गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने ट्रंप के एच-1बी वीजा वाले फैसले पर व्यक्त की निराशा
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने एच-1बी वीजा और अन्य विदेश कार्य वीजा पर अस्थाई रोक संबंधी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर निराशा व्यक्त की है.
वॉशिंगटन: सर्च इंजन गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने एच-1बी वीजा और अन्य विदेश कार्य वीजा पर अस्थाई रोक संबंधी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर निराशा व्यक्त की है. साथ ही कहा कि वह आव्रजकों के साथ हैं और सभी के लिए अवसर पैदा करने के लिए काम करेंगे.
ट्रंप की ओर से घोषणा जारी होने के बाद भारतीय-अमेरिकी पिचाई ने ट्वीट किया,‘‘आव्रजन ने अमेरिका की आर्थिक सफलता में बहुम योगदान दिया है और प्रौद्योगिकी में उसे वैश्विक नेतृत्वकर्ता बनाया है, साथ ही गूगल को ऐसी कंपनी बनाया है जो वह आज है.’’
ट्रंप के इस घोषणा से नाराज है गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई
पिचाई ने कहा,‘‘ आज की घोषणा से निराश हूं- हम आव्रजकों के साथ हैं और सभी के लिए अवसर पैदा करने के लिए काम करते रहेंगे.’’ एक अलग बयान में ‘लीडरशिप कॉन्फ्रेंस ऑन सिविल एंड ह्यूमन राइट्स’ की अध्यक्ष और सीईओ वनीता गुप्ता ने ट्रंप प्रशासन के इस कदम की निंदा की है.
Immigration has contributed immensely to America’s economic success, making it a global leader in tech, and also Google the company it is today. Disappointed by today’s proclamation - we’ll continue to stand with immigrants and work to expand opportunity for all.
— Sundar Pichai (@sundarpichai) June 22, 2020
नवीनतम यात्रा प्रतिबंध विदेशी विरोधी भावना का नया संस्करण है
उन्होंने कहा कि नवीनतम यात्रा प्रतिबंध डोनाल्ड ट्रंप और स्टीफन मिलर के शुरू किए गए नस्ली और विदेशी विरोधी भावना का एक नया संस्करण है. ट्रंप प्रशासन में दक्षिण और मध्य एशिया के लिए प्रमुख राजनयिक रहीं एलिस जी वेल्स ने भी इस कदम का विरोध किया है.
उन्होंने कहा, ‘‘एच1-बी वीजा कार्यक्रम के जरिए सर्वश्रेष्ठ और उत्कृष्ट को आकर्षित करने की क्षमता ने अमेरिका को अधिक सफल और लचीला बनाया है. विदेशी प्रतिभाओं को बांधने की कला जानना अमेरिका की ताकत है कमजोरी नहीं.’’
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