वॉशिंगटन: सर्च इंजन गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने एच-1बी वीजा और अन्य विदेश कार्य वीजा पर अस्थाई रोक संबंधी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर निराशा व्यक्त की है. साथ ही कहा कि वह आव्रजकों के साथ हैं और सभी के लिए अवसर पैदा करने के लिए काम करेंगे.
ट्रंप की ओर से घोषणा जारी होने के बाद भारतीय-अमेरिकी पिचाई ने ट्वीट किया,‘‘आव्रजन ने अमेरिका की आर्थिक सफलता में बहुम योगदान दिया है और प्रौद्योगिकी में उसे वैश्विक नेतृत्वकर्ता बनाया है, साथ ही गूगल को ऐसी कंपनी बनाया है जो वह आज है.’’
ट्रंप के इस घोषणा से नाराज है गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई
पिचाई ने कहा,‘‘ आज की घोषणा से निराश हूं- हम आव्रजकों के साथ हैं और सभी के लिए अवसर पैदा करने के लिए काम करते रहेंगे.’’ एक अलग बयान में ‘लीडरशिप कॉन्फ्रेंस ऑन सिविल एंड ह्यूमन राइट्स’ की अध्यक्ष और सीईओ वनीता गुप्ता ने ट्रंप प्रशासन के इस कदम की निंदा की है.
नवीनतम यात्रा प्रतिबंध विदेशी विरोधी भावना का नया संस्करण है
उन्होंने कहा कि नवीनतम यात्रा प्रतिबंध डोनाल्ड ट्रंप और स्टीफन मिलर के शुरू किए गए नस्ली और विदेशी विरोधी भावना का एक नया संस्करण है. ट्रंप प्रशासन में दक्षिण और मध्य एशिया के लिए प्रमुख राजनयिक रहीं एलिस जी वेल्स ने भी इस कदम का विरोध किया है.
उन्होंने कहा, ‘‘एच1-बी वीजा कार्यक्रम के जरिए सर्वश्रेष्ठ और उत्कृष्ट को आकर्षित करने की क्षमता ने अमेरिका को अधिक सफल और लचीला बनाया है. विदेशी प्रतिभाओं को बांधने की कला जानना अमेरिका की ताकत है कमजोरी नहीं.’’
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