नई दिल्ली: दुनियाभर कोरोनावायरस के प्रसार को धीमा करने के लिए सरकारों ने लॉकडाउन का आदेश जारी किए हुए हैं और इस आदेश के बाद लोगों के जीवन में क्या बदलाव आए गूगल यह दिखाने के लिए अरबों स्मार्टफोन से एकत्रित लोकेशन डेटा का उपयोग कर रहा है. इस डेटा का उपयोग करके सामने आईं रिपोर्टें, जो आमतौर पर यह दिखाने के लिए उपयोग की जाती हैं कि Google मैप्स पर एक निश्चित स्थान कितना व्यस्त है. इसके लिए COVID-19 Community Mobility Reports नाम से एक वेबसाइट बनाई गई है.


Google के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और Google Health के लिए मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी जेन फित्ज़पैट्रिक और करेन डेसाल्वो ने एक ब्लॉग में लिखा, "हमने सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों से सुना है कि यह डेटा COVID-19 का मुकाबला करने के लिए जाने वाले महत्वपूर्ण निर्णयों में मददगार साबित हो सकता हैं." अमेरिका की कई लोकेशन समेत अभी फिलहाल 131 देशों का डेटा उपलब्ध है.


वेबसाइट पर एक पीडीएफ रिपोर्ट दी गई है जो सार्वजनिक जगह जाने वाले लोगों के प्रतिशत में कमी या वृद्धि को बताती है. जैसे रेस्तरां, शॉपिंग सेंटर, म्यूजियम, खुदरा, एंटरटेनमेंट प्लेस, किराना, फार्मेसी स्टोर, पार्क, और ऑफिस. COVID-19 कम्युनिटी मोबिलिटी रिपोर्ट्स वेबसाइट के अनुसार, प्रत्येक रिपोर्ट में तारिख के हिसाब से प्रतिशत में बदलाव की तुलना की गई है.


कैलिफोर्निया के लिए एक रिपोर्ट में पाया गया कि घर पर रहने के 19 मार्च के आदेश के बाद भीड़ भाड़ वाली जगह जैसे, रेस्तरां, कैफे बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन की तुलना में घर पर रहने वाले लोगों के प्रतिशत में वृद्धि देखने को मिली है.


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