Sri Lanka Crisis:  श्रीलंका (Sri Lanka) के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) ने शुक्रवार को संसद के अध्यक्ष (Parliament Speaker) महिंदा यापा अभयवर्धने (Mahinda Yapa Abeywardena) द्वारा गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) का इस्तीफा स्वीकार करने के बाद अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली.  डेलीमिरर ने प्रधानमंत्री के मीडिया विभाग के हवाले से बताया कि मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice) जयंत जयसूर्या के समक्ष विक्रमसिंघे ने अंतिम राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली.


विक्रमसिंघे को 13 जुलाई को पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे द्वारा कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में नियुक्त किया गया था. राजपक्षे के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहा था जिसकी वजह से वह श्रीलंका छोड़ मालदीव (Maldives) भाग गए थे.


राजपक्षे ने कल सौंपा अपना इस्तीफा 
गोटाबाया राजपक्षे ने सिंगापुर (Singapore) पहुंचने के बाद कल अपना इस्तीफा सौंप दिया और आधिकारिक तौर पर राष्ट्रपति का पद खाली कर दिया. संसद अध्यक्ष अभयवर्धने ने एएनआई को बताया, "हां, इस्तीफा (राष्ट्रपति का) स्वीकार कर लिया गया है, कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा ... सदस्यों को कल (राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए) आमंत्रित किया जाएगा."


प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए अभयवर्धने ने कहा कि 14 जुलाई से राष्ट्रपति ने कानूनी रूप से अपने कानूनी कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का चयन विशेष प्रावधान अधिनियम 1981 के 2 और संविधान के अनुच्छेद 40 के प्रावधानों के अनुसार किया जाएगा.


स्पीकर ने कहा, "इस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक और तेजी से पूरा करने का मेरा इरादा है. दक्षिण एशियाई क्षेत्र में सबसे पुराने लोकतंत्र के रूप में लोकतांत्रिक परंपराओं को पवित्र रखते हुए, इस प्रक्रिया को पारदर्शी और लोकतांत्रिक तरीके से पूरा करना न केवल श्रीलंका के इतिहास में बल्कि पूरे दुनिया के लोकतांत्रिक इतिहास में मील का पत्थर होगा. "


राजपक्षे पहुंचे सिंगापुर 
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि मालदीव से उड़ान भरने वाले राजपक्षे गुरुवार शाम सउदिया एयरलाइंस (Saudia Airlines) की उड़ान में सिंगापुर (Singapore) पहुंचे.


राजपक्षे का इस्तीफा शनिवार (9 जुलाई) को राष्ट्रपति भवन (President's House)में हजारों लोगों के धावा बोलने के बाद आया. यहां तक कि प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने भी चल रहे विरोध के बीच अपने पद से हटने की घोषणा की है.


बता दें श्रीलंका सबसे बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रहा है.


यह भी पढ़ें: 


Uber पर अमेरिका में 500 से अधिक महिलाओं ने किया मुकदमा, यौन उत्पीड़न और अपहरण जैसे गंभीर आरोप लगाए


CAA Bill: नेपाल की संसद ने पास किया पहला नागरिकता संशोधन विधेयक, दो साल से अधिक समय तक अटका था बिल