अफगानिस्तान में सैन्य बलों और लड़ाकुओं के बीच चले भीषण संघर्ष के बाद तालिबान ने छह राज्यों की राजधानियों पर कब्जा जमा लिया है. तालिबान के नियंत्रण में आनेवाले राज्यों के शहरों में कुंदुज, सर-ए-पुल, उत्तरी सूबे तालकान की राजधानी तालकान, उत्तरी जौजजान प्रांत की राजधानी शेबरगान, पश्चिमी निमरोज प्रांत की राजधानी जजरंज और उत्तरी प्रांत समांगन की राजधानी अयाबेक शामिल हैं.
तालिबान ने छह प्रांतों की राजधानियों पर कब्जा किया
अयाबेक एक सप्ताह से कम में तालिबान के हाथों आनेवाला पांचवां उत्तरी प्रांत की राजधानी और देश का छठा शहर है. जानकारों का कहना है कि कुंदुज पर तालिबान के लिए नियंत्रण भी सबसे बड़ी कामयाबी और अफगान सरकार के लिए झटका है. कुंदुज का भौगोलिक दृष्टि से काफी महत्व है क्योंकि उसे देश के उत्तरी हिस्से का गेटवे भी कहा जाता है. उत्तरी हिस्से में खनिज का भंडार भी पाया जाता है. यहां से काबुल समेत देश के अन्य बड़े शहरों के लिए हाइवे गुजरते हैं. ताजिकिस्तान की सीमा कुंदूज प्रांत से लगी हुई है. इस शहर की आबादी करीब 2 लाख 70 हजार है. अफीम और हेरोइन की तस्करी मध्य एशिया के देशों में ताजिकिस्तान से लगी सीमा को पार कर की जाती है.
कुंदूज पर नियंत्रण का मतलब है ड्रग्स तस्करी के अहम ठिकानों पर कब्जा. अफगान तालिबान के प्रवक्ता जबीहउल्लाह मुजाहिद की तरफ से रविवार को जारी बयान में कहा गया, "उनके लड़ाकुओं ने कुंदूज और सर-ए-पुल पर लगातार हमलों के बाद कब्जा हासिल कर लिया है और दोनों प्रांतीय राजधानियों के तमाम सरकारी ठिकानों पर नियंत्रण हो गया है." अफगान रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि स्पेशल फौज भी शहर में मौजूद है और हमलावरों से लड़ाई जारी है. काबुल में अमेरिकी दूतावास ने तालिबान को सुझाव दिया है कि उनको अपनी ऊर्जा शांति के लिए समर्पित करना चाहिए न कि सैन्य अभियान के लिए.
दोनों तरफ से जारी हमले में बच्चों की मौत और बाल अधिकार हनन पर यूनिसेफ ने चिंता जताई है. सोमवार को जारी बयान में उसने कहा, "बच्चों के खिलाफ अत्याचार दिन ब दिन बढ़ रहे हैं. अफगानिस्तान लंबे समय से बच्चों के लिए दुनिया की सबसे खराब जगह है." उसने लड़ाई में शामिल सभी पक्षों से बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित बनाने का आह्वान किया है. दूसरी तरफ, फौजों की वापसी के बाद भी तालिबान पर अमेरिकी बमवर्षक विमानों के हमले जारी हैं.
तालिबान और सरकारी सुरक्षा बलों के बीच रस्साकशी
अफगान के ज्यादातर देहाती इलाके तालिबान के कब्जे में पहले ही आ चुके हैं. हालांकि, शहरों की सुरक्षा के लिए सरकारी फौज की कोशिश जारी है. मुल्क में जारी युद्ध के हालात को देखते हुए ब्रिटेन ने अपने नागरिकों को अफगानिस्तान छोड़ने की सलाह दी है. उसने अफगान के दो टुकड़ों में विभाजित होने की आशंका जताते हुए चेतावनी जारी की है और कहा है कि अफगान में वर्षों युद्धग्रस्त जैसी स्थितियां रह सकती हैं.