Soldier Recruitment Scheme:  तीनों सेनाओं के प्रमुखों सहित देश के शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को तीनों रक्षा सेवाओं में सैनिकों को शामिल करने के लिए नई 'अग्निपथ' भर्ती योजना के बारे में जानकारी दी. इस योजना को आने वाले सप्ताह में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित किए जाने की संभावना है क्योंकि रक्षा बलों (Defence Forces) ने इसके रोलआउट की तैयारी शुरू कर दी है.


एएनआई के मुताबिक सरकारी सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री को तीन रक्षा बलों के प्रमुखों और सैन्य मामलों के विभाग के अधिकारियों सहित शीर्ष सैन्य अधिकारियों द्वारा शनिवार को अग्निपथ भर्ती योजना के बारे में जानकारी दी गई. इस स्कीम की योजना और तैयारी सैन्य मामलों के विभाग द्वारा अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी के नेतृत्व में की गई है.


छह महीने की शुरुआती ट्रेनिंग के बाद भर्ती


प्रारंभिक योजनाओं के अनुसार, लगभग छह महीने की शुरुआती ट्रेनिंग के बाद, भर्ती किए गए लगभग 20-25 प्रतिशत युवाओं (जिन्हें 'अग्निवर' के रूप में जाएगा), को लंबा कार्यकाल दिया जाएगा, जबकि अन्य को एक पैकेज के साथ सेवा मुक्त किया जाएगा जो लगभग 10 से 12 लाख रुपये तक का होगा.


सूत्रों ने कहा कि अगर प्रोजेक्ट योजना के अनुसार चलता है, तो अगले तीन से चार महीनों में ‘अग्निवीरों’ के पहले बैच के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू हो सकती है. बलों के पास विशिष्ट कार्यों के लिए विशेषज्ञों की भर्ती करने का विकल्प भी होगा जो वांछित भूमिका निभाएंगे. योजना के अनुसार, सेवा से मुक्त हुए सैनिकों को नागरिक नौकरियों में नियुक्ति के लिए सहायता प्रदान की जाएगी. कई कॉरपोरेट्स ने ऐसे 'अग्निवर' की सेवाओं का लाभ उठाने में रुचि दिखाई है क्योंकि उन्हें इस तरह के प्रशिक्षित सैन्य-प्रशिक्षित अनुशासित जनशक्ति को काम पर रखने से लाभ होगा. कोविड-19 महामारी के दौरान सशस्त्र बलों में सैनिकों की भर्ती रोक दी गई है.


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