Pakistan: पाकिस्तान में इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद शुरू हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. सुप्रीम कोर्ट से इमरान खान को जमानत मिलने के बाद सरकार में बैठे लोग भड़के हुए हैं. खान को जमानत मिलने के बाद सरकार में शामिल मौलाना फजलुर रहमान ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर धरना शुरू करने की घोषणा की है. जिसपर खुद पाकिस्तान सरकार ने आपत्ति जताई है.
सरकार ने खुद मौलाना फजलुर रहमान से अपने नियोजित धरने के स्थान को सुप्रीम कोर्ट के बाहर से बदलने का आग्रह किया है. गौरतलब है कि मौलाना ने मुख्य न्यायाधीश उमर अता बंदियाल के खिलाफ सोमवार (कल) शीर्ष अदालत के बाहर शांतिपूर्ण धरने की घोषणा की है. धरना को लेकर एलान करते हुए फजलुर रहमान ने कहा कि इमरान खान को न्यायिक समर्थन देने के विरोध में पार्टी कार्यकर्ता सोमवार को अपना विरोध दर्ज करवाएंगे.
सरकार ने की विशेष अपील
मौलाना के एलान के बाद पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और वित्त मंत्री इशाक डार ने उनसे मुलाकात की और उनसे आग्रह किया कि वे देश में और तनाव को रोकने के लिए शीर्ष अदालत के बाहर धरना न दें. डार ने कहा कि सरकार चाहती थी कि मौलाना सुप्रीम कोर्ट को छोड़ किसी और स्थान पर धरना दें.
फजलुर रहमान ने किया था एलान
बताते चलें कि फजलुर रहमान ने शुक्रवार को कहा था कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध करेंगे. मैं PDM नेतृत्व का प्रतिनिधित्व करते हुए अपील करता हूं कि पूरे देश के लोगों को सोमवार को इस्लामाबाद के लिए रवाना होना चाहिए. ऐसे में इस बात की पूरी संभावना है कि पाकिस्तान में तनाव बढ़ सकता है. ऐसे में सरकार ने इस मामले को गंभीरता में लेते हुए मौलाना ने अपील किया कि शीर्ष कोर्ट के बाहर वे धरना न दें.
गौरतलब है कि 9 मई को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद देश भर में हिंसक प्रदर्शन हुए थे. पीटीआई समर्थकों ने सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला किया था. इसे सेना ने पाकिस्तान के इतिहास में एक काला दिन बताया.
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