Artificial Intelligence: सऊदी अरब की ग्रैंड मस्जिद में रोबोट कर रहा लोगों की मदद, 11 भाषाओं में कर सकते हैं सवाल-जवाब
AI in Grand Mosque: रमजान के महीने में मक्का की ग्रैंड मस्जिद में एआई रोबोट का इस्तेमाल किया जा रहा है, ताकि दुनिया को कई भाषाओं में इस्लाम का संदेश दिया जा सके.
Robots in Grand Mosque: सऊदी अरब की ग्रैंड मस्जिद में अब ऑर्टिफिसियल इंटेलिजेंस (AI) का प्रयोग किया जा रहा है. इसके तहत मस्जिद में कई जगह रोबोट लगाए गए हैं, जो रमजान महीने में मस्जिद में आने वाले श्रद्धालुओं के अनुभव को बेहतर बना रहे हैं. रोबोट में बड़ी स्क्रीन टच एलसीडी लगी है, जिसके द्वारा 11 भाषाओं में आधुनिक इस्लाम के बारे में जानकारी दी जा रही है. इसके माध्यम से पूरी मस्जिद में एक साथ कोई भी सूचना दी जा सकती है.
रोबोट पर उपलब्ध हैं मौलवी
गल्फ न्यूज के मुताबिक, इन रोबोट्स के माध्यम से मस्जिद पहुंचने वाला कोई भी शख्स इस्लाम से जुड़ा कोई भी सवाल कर सकता है. इस मशीन के द्वारा ऑनलाइन तरीके से मौलवियों से भी संपर्क किया जा सकता है. बताया जा रहा है कि पवित्र मस्जिद में धार्मिक मामलों के प्रेसीडेंस अब्दुलरहमान अल सुदैस ने आधुनिक इस्लाम के प्रसार के लिए उन्नत तकनीक के उपयोग के महत्व पर जोर दिया.
मौलवी ने कहा, 'श्रद्धालुओं के अनुभव को बेहतर करने के लिए मस्जिद में एआई का उपयोग किया जा रहा है. रमजान महीने में राष्ट्रपति ने इसको लांच करने के लिए कहा था, ताकि दुनिया को कई भाषाओं में उदार इस्लाम का संदेश दिया जा सके.'
11 भाषाओं में जानकारी देगा रोबोट
मस्जिद में लगे रोबोट अरबी, अंग्रेजी, फ्रेंच, रूसी, फारसी, तुर्की, उर्दू, चीनी और बंगाली सहित 11 भाषाओं में जानकारी दे रहे हैं. इन भाषाओं में रोबोट से सीधा बात किया जा सकता है. रोबोट में 21 इंच की टच स्क्रीन भी लगी है.
रमजान का महीना इस साल सऊदी अरब में 11 मार्च से शुरू हुआ है. मक्का शहर में स्थित ग्रैंड मस्जिद में इस दौरान भारी संख्या में नमाज के लिए लोग आते हैं. मस्जिद के मौलवी ने बताया कि यह कोई नया नहीं है, हर साल रमजान महीने में क्षेत्र से और अन्य प्रदेशों से हजारों लोग उमरा करने और नमाज अदा करने आते हैं.
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