अमेरिका में Covid -19 वैक्सीनेशन के लिए जारी हुई गाइडलाइंस, एलर्जी रिएक्शन के बाद लिया गया फैसला
सीडीसी ने कहा है कि जिन लोगों को कोविड-19 वैक्सीन में किसी भी घटक द्वारा सीरियस एलर्जी रिएक्शन होता है उन्हें वैक्सीन से बचना चाहिए. बता दें कि संयुक्त राज्य अमेरिका में इमरजेंसी उपयोग प्राधिकरणों के तहत दो टीकों को मंजूरी दी गई है.
अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने शनिवार को कहा कि नह कोविड -19 के टीकाकरण से एलर्जी की रिपोर्ट की निगरानी कर रहा था. सीडीसी ने इस बात की सिफारिशें भी की कि कैसे एलर्जी वाले लोगों की मदद की जानी चाहिए.
गंभीर एलर्जी वाले लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं दें
इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक एजेंसी ने ये भी कहा है कि जिस किसी को भी कोविड-19 वैक्सीन से गंभीर रिएक्शन हुए हैं उन्हें इसकी दूसरी डोज नहीं दी जानी चाहिए. सीडीसी ने कहा कि जिन लोगों को कोविड-19 वैक्सीन में किसी भी घटक द्वारा सीरियस एलर्जी रिएक्शन होता है उन्हें वैक्सीन से बचना चाहिए. बता दें कि संयुक्त राज्य अमेरिका में इमरजेंसी उपयोग प्राधिकरणों के तहत दो टीकों को मंजूरी दी गई है.
वैक्सीन की वजह से गंभीर एलर्जी से जूझ रहे लोगों को अपने डॉक्टरों से जरूर कंसल्ट करना चाहिए. सीडीसी ने ये भी कहा कि लोगों को भोजन, पालतू जानवर, लेटेक्स या पर्यावरण की स्थिति के साथ ही दवा से गंभीर एलर्जी प्रतिक्रियाओं के पारिवारिक इतिहास वाले लोगों का अभी भी वैक्सीनेशन किया जा सकता है.
पांच एलर्जी प्रतिक्रियाओं की हो रही है जांच
गौरतलब है कि अमेरिका का खाद्य और औषधि प्रशासन उन पांच एलर्जी प्रतिक्रियाओं की जांच कर रहा है, जो इस सप्ताह संयुक्त राज्य अमेरिका में फाइजर इंक और बायोएनटेक एसई की कोविड -19 वैक्सीन लगाने के बाद लोगों को हुई थीं. वहीं शुक्रवार को एफडीए ने कहा कि मॉडर्ना इंक वैक्सीन, जिसे इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन मिला था, उसे गंभीर एलर्जी की प्रतिक्रिया के इतिहास वाले लोगों को नही दी जानी चाहिए
इन सबके बीच ब्रिटेन के चिकित्सा नियामक का कहना है कि किसी को एनाफिलेक्सिस के इतिहास, या दवा या भोजन से गंभीर एलर्जी होने पर फाइजर-बायोनेटेक कोविड-वैक्सीन नहीं दी जानी चाहिए.
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