Gwadar Port Attack: चीन-पाकिस्तान की 'दोस्ती' पर लगा डेंट, ग्वादर पोर्ट पर हमलावरों ने बरसाईं गोलियां
Gwadar Port Attack: पाकिस्तान स्थित ग्वादर पोर्ट अरबों डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के केंद्र बिंदुओं में से एक है, जिसमें कई चीनी श्रमिक पोर्ट पर काम करते हैं.
Gwadar Port Attack: पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट अथॉरिटी कॉम्प्लेक्स पर अचानक अज्ञात हमलावरों ने बुधवार (20 मार्च) को गोलियां बरसाना शुरू कर दिया. सुरक्षा बलों ने हमलावरों की फायरिंग का पूरी दृढ़ता से जवाब दिया. इस जवाबी हमलें सभी हमलावरों को सुरक्षा बलों की ओर से मार गिराये जाने की खबर है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के हवाले से बताया गया है कि ग्वादर पोर्ट पर हमला करने वालों की संख्या 8 थी. इन सभी हमलावरों को जवाबी कार्रवाई के दौरान ढेर कर दिया गया है.
ग्वादर पोर्ट ऑथोरिटी (जीपीए) संवेदनशील सरकारी प्रतिष्ठानों की मेजबानी करता है, जिसमें ग्वादर पोर्ट भी शामिल है जहां चीनी इंजीनियर पाकिस्तान का तीसरा सबसे बड़ा बंदरगाह बनाने के लिए काम कर रहे हैं.
स्थानीय लोगों ने काफी समय तक सुनी गोलीबारी की आवाजें
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ग्वादर में स्थानीय लोगों का कहना है कि स्थानीय समयानुसार अपराह्न करीब 3:55 बजे दो विस्फोटों के बाद भारी गोलीबारी शुरू हो गई. इलाके में काफी समय तक फायरिंग की आवाज सुनाई पड़ी.
चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे में से एक ग्वादर पोर्ट
इस बीच देखा जाए तो ग्वादर पोर्ट अरबों डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के केंद्र बिंदुओं में से एक है, जिसमें कई चीनी श्रमिक पोर्ट पर काम कर रहे हैं. चीन सीपीईसी के तहत बलूचिस्तान में भारी इंवेस्टमेंट कर रहा है.
चीनी इंजीनियरोंं के काफिले पर पिछले साल भी हुआ था हमला
पिछले साल अगस्त माह में भी पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत के पोर्ट सिटी ग्वादर में चीनी इंजीनियरों को ले जा रहे एक काफिले पर आतंकियों ने हमला बोला था. इसकी जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को मार गिराया था. इस काफिले में 3 एसयूवी और एक वैन शामिल थीं. सभी बुलेटप्रूफ थीं. इनके जरिए ही सभी 23 चीनी कर्मियों को ले जाने का काम किया जा रहा था. हमले के दौरान एक आईईडी विस्फोट हुआ था. वहीं, वैन पर गोलियां भी बरसाईं गईं थीं.