Hajj Yatra: कोरोना काल के बाद इस बार हज यात्रा अपने पुराने स्वरुप में देखने को मिलेगा. इस साल हज यात्रियों की संख्या करीब 20 लाख तक पहुंच सकती है. जिसको लेकर तैयारियां पूरी की जा रहीं हैं. इस बात की जानकारी सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्री डॉ तौफीक बिन फवजान अल-रबिया ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी. 


सऊदी प्रेस एजेंसी के अनुसार, अल-रबिया ने पवित्र स्थलों पर बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने हेतु काम शुरू कर दिया है. इसके साथ ही देश की विकास परियोजनाओं और बुनियादी ढांचे पर सरकार का फोकस है. गौरतलब है कि कोविड के बाद से दोबारा शुरू हुई हज यात्रा के नियम थोड़े बदले हुए हैं. साथ ही सुविधाओं में भी बदलाव देखने को मिलेगा.  


खलीज टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, हज यात्रा के दौरान मिलने वाली सुविधाओं में हरमैन एक्सप्रेस ट्रेन भी शामिल है, जो मक्का और मदीना को दो घंटे की यात्रा के माध्यम से जोड़ती है. बताते चलें कि इस महीने की शुरुआत में, सऊदी अरब ने ऐलान किया था कि तीन साल के प्रतिबंधों के बाद इस साल हज यात्रियों की संख्या पर कोई लिमिट नहीं होगी।  साथ ही कहा गया था कि हज यात्रियों को अच्छी व्यवस्था मुहैया करना हमारी प्राथमिकता है. 


बिना कोविड प्रतिबंधों के होगी यात्रा
पिछले दो सालों से कोरोना का कहर पूरी दुनिया पर था जिसका असर हज यात्रा पर भी देखने को मिला. कोविड के कारण हज यात्रा में जाने वाले यात्रियों में भारी कमी आयी थी. संक्रमण को देखते हुए कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए थे. सऊदी अरब ने भी पूरी दुनियाभर के देशों के लिए यात्रियों का कोटा कम कर दिया था. लेकिन इस साल यानी 2023 में बिना किसी प्रतिबंध के यात्रा की जा सकती है. इसी कड़ी में सऊदी अरब ने भारत के यात्रियों का कोटा 1.75 लाख से बढ़ाकर अब दो लाख कर दिया है


VIP कोटे को केंद्र सरकार ने किया खत्म


इससे पहले भारत सरकार ने हज में वीआईपी कल्चर को खत्म करने का फैसला लिया है. केंद्र सरकार ने अब हज यात्रा में वीआईपी कल्चर को पूरी तरह खत्म कर दिया है. इस वजह से अब भारत के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, अल्पसंख्यक मंत्री के साथ-साथ हज कमेटी को आवंटित लगभग सभी वीआईपी कोटे की सीटें ख़त्म हो गयीं हैं. जिसके बाद सभी आम यात्रियों की ही तरह हज में शामिल होंगे. 


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