हज के दौरान ले गए कीमती सामान तो जरूर कर लें ये काम, सऊदी अरब की सख्त गाइडलाइन
सऊदी अरब ने कहा कि किंगडम में आने वालों को सामान का ब्योरा देना होगा. कमर्शियल मकसद से इंपोर्ट-एक्सपोर्ट करने वालों को भी हर उस सामान के बारे में बताना होगा, जिनके आयात और निर्यात पर बैन है.
हज यात्रा के लिए दुनियाभर से मक्का पहुंच रहे तीर्थयात्रियों के लिए सऊदी अरब ने सख्त गाइडलाइन जारी की है. हज मंत्रालय ने कहा कि यात्री अगर अपने साथ कोई कीमती सामान लेकर आ रहे हैं तो उन्हें सीमा शुल्क नियमों का पालन करना होगा. उन्हें सऊदी पहुंचने पर और वापसी पर कस्टम अधिकारियों को कस्टम डिक्लेरेशन देना होगा. प्रशासन का यह भी कहना है कि अगर कोई तार्थयात्री नियमों का पालन नहीं करता है तो उसको कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.
हज मंत्रालय ने कहा कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से यह गाइडलाइन जारी की गई है. दिशा-निर्देशों के अनुसार अगर कोई तीर्थयात्री 60 हजार सऊदी रियाल तक की या कोई कीमती सामान साथ लेकर आएगा तो उसको कस्टम अधिकारियों को इसकी जानकारी देनी होगी. इसके लिए उसको यहां पहुंचने और वापस जाने पर कस्टम डिक्लेरेशन देना होगा.
मंत्रालय ने साथ ही यह भी कहा कि उन विदेशियों पर भी सीमा शुल्क नियम लागू होंगे, जिनके पास 3 हजार सऊदी रियाल से ज्यादा का कमर्शियल क्वांटिटि में सामान है या वह माल एक्साइज टैक्स के अधीन हो. कमर्शियल मकसद से आने वाले विदेशियों को भी किंगडम के सीमा शुल्क नियमों का पालन करना होगा और अराइवल और डिपार्चर पर कस्टम डिक्लेरेसन देना होगा. इसके अलावा, सऊदी कस्टम नियमों के तहत उन सामानों की भी घोषणा करनी होती है, जिनके एक्सपोर्ट या इम्पोर्ट पर बैन है. मंत्रालय ने कहा कि कस्टम डिक्लेरेशन नहीं देने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
दुनियाभर से मुसलमान हज यात्रा के लिए सऊदी पहुंच रहे हैं. पिछले कुछ हफ्तों में भारत और पाकिस्तान समेत कई देशों से तीर्थयात्री अलग-अलग बैच में बैच सऊदी पहुंचे हैं. माना जा रहा है कि 14 जून से हज यात्रा शुरू हो जाएगी. इस साल उम्मीद जताई जा रही है कि 20 लाख से भी ज्यादा मुसलमान हज के लिए मक्का पहुंचेंगे. पिछले साल 18 लाख लोगों ने हज किया था.