हज यात्रा (Hajj 2024) के लिए सऊदी अरब प्रशासन ने तीर्थयात्रियों के लिए मक्का की प्रचंड के देखते हुए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं. शुक्रवार (14 जून, 2024) को हज यात्रा शुरू हो गई है. प्रशासन ने यात्रियों से गर्मी से बचने और सूरज के डायरेक्ट कॉनटेक्ट में आने से बचने की सलाह दी है. साथ ही उम्रदराज और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे लोगों से खास ध्यान रखने को कहा है.


गल्फ न्यूज के अनुसार नेशनल सेंटर ऑफ मेट्रोलॉजी (NCM) ने तीर्थयात्रियों से सीधे सूरज के संपर्क में आने से बचने को कहा है, खासतौर पर दोपहर 12 से 3 बजे के बीच क्योंकि इस दौरान सूरज सिर के ऊपर होता है. साथ ही इस वक्त टेंपरेचर भी सबसे ज्यादा हाई रहता है. इसके अलावा, यात्रियों को बारिश और तूफान जैसी स्थिति के दौरान बाहर न निकलने की भी सलाह दी है. उन्हें हज यात्रा और हज से जुड़े अनुष्ठान शुरू करने से पहले मौसम संबंधी खबरों पर नजर रखने को कहा गया है और एनसीएम के दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है.


इस साल करीब बीस लाख तीर्थयात्री हज यात्रा करेंगे. सऊदी अरब के अधिकारियों का अनुमान है कि इस दौरान मक्का का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है. ऐसे में सऊदी प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की यात्रा आसान बनाने के लिए तमाम उपाय किए हैं. ग्रैंड मस्जिद में मिस्टिंग सिस्टम की व्यवस्था की गई है, जिसके तहत लगाए गए मिस्टिंग फैन गर्मी से राहत पहुंचान में मदद करते हैं. इसके अलावा, काबा के पास एयर कंडिशंड स्पेस बनाए गए हैं, रास्तों को छातों से कवर किया गया है, सफेद पत्थर लगाए गए हैं, जो टेंपरेचर को 20 डिग्री सेल्सियस तक कम करते हैं और क्लामेट कंट्रोल पाथवे बनाए गए हैं. 


प्रशासन की तरफ से 32,000 मेडिकल प्रोफेशनल को तैनात किया गया है, मक्का और मदीना में मोबाइल क्लीनिक बनाए गए हैं और तीर्थयात्रियों के लिए पवित्र साइट पर अलग-अलग मेडिकल सेवाएं भी उपलब्ध रहेंगी. साथ ही पांच हजार डॉक्टर और सनस्ट्रोक के ट्रीटमेंट के लिए 183 हेल्थकेयर और इंटेनसिव केयर यूनिट लगाई गई हैं.


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