हज 2024 यात्रा संपन्न हो चुकी है. इस साल 14 जून से 19 जून हज यात्रा हुई, जिसके लिए करीब 20 लाख तीर्थयात्री मक्का पहुंचे थे. अब अगले साल होने जा रही हज यात्रा की तैयारी भी शुरू हो गई है. संयुक्त अरब अमीरात अपने देश के हज तीर्थयात्रियों के लिए इसी सितंबर से रजिस्ट्रेशन शुरू कर रहा है. बुधवार (19 जून, 2024) को यूएई ने ऐलान किया कि सितंबर से देश की इस्लामिक अफेयर्स अथॉरिटी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर लोग हज 2025 यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे.
यूएई के जनरल अथॉरिटी फॉर इस्लामिक अफेयर्स, एंडोमेंटेस एंड जकात (AWQAF) ने कहा कि तीर्थयात्रियों के वही रजिस्ट्रेशन मान्य होंगे जो अथॉरिटी की ऐप या वेबसाइट के जरिए एप्लाई किए जाएंगे. तीर्थयात्रियों को इस्लामिक अफेयर्स अथॉरिटी के जरिए ही ऑनलाइन अपना सभी पेपरवर्क पूरा करना होगा.
इस साल 88 देशों के करीब 20 लाख यात्री हज करने मक्का पहुंचे थे, लेकिन रिकॉर्ड तोड़ गर्मी की वजह से कई तीर्थयात्रियों की मौत हो गई. 14 जून को जिस दिन यात्रा शुरू हुई, उस दिन 44 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच हज यात्रा शुरू हुई और हज के आखिरी दिन टेंपरेचर 51 डिग्री के भी पार चला गया. सऊदी अरब की तरफ से हज यात्रियों को गर्मी से राहत के लिए तमाम इंतेजाम किए गए थे. जगह-जगह मिस्टिंग सिस्टम लगे थे. रास्तों को कवर किया गया था. छातों और पानी की व्यवस्था थी, लेकिन ये सभी इंतेजाम मक्का और मदीना की भीषण गर्मी के सामने फेल हो गए.
इस साल हज तीर्थयात्रा के दौरान गर्मी से 900 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें से 600 सिर्फ मिस्त्र से हैं. मरने वालों में 68 भारतीय भी हैं. सऊदी अरब की तरफ से इसे लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन कई सऊदी डिप्लोमेट की तरफ से यह जानकारी दी गई है. एक डिप्लोमेट ने कहा कि कई तीर्थयात्रियों की मृत्यु सामान्य रूप से हुई है क्योंकि इस बार कई उम्रदराज यात्री भी हज के लिए आए थे, जबकि कुछ की मौत का कारण गर्मी को माना जा रहा है. रविवार को सऊदी अरब में हीटस्ट्रेस के 2,700 तीर्थयात्रियों के मामले सामने आए थे.