Hajj Pilgrims Death : हज के लिए सऊदी अरब गए 550 तीर्थयात्रियों की मौत की खबर है, जिसका कारण भीषण गर्मी बताया जा रहा है. वहीं, हजारों तीर्थयात्री गर्मी के कारण बीमार हैं. ऐसा नहीं कि सऊदी में गर्मी से मौत की यह पहली खबर है. पिछले साल भी गर्मी के कारण 240 हज यात्रियों की जान गई थी, लेकिन इस साल मरने वालों की संख्या काफी ज्यादा है. AFP के मुताबिक, मरने वालों में 323 नागरिक मिस्र और 60 जॉर्डन के हैं.सऊदी में लगातार गर्मी बढ़ रही है, जिससे हज यात्रा करना काफी कठिन हो रहा है.


हज करना हो जाएगा असंभव
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी स्टेट टीवी ने बताया कि सोमवार को मक्का में ग्रैंड मस्जिद की शेड में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जर्नल ऑफ ट्रैवल एंड मेडिसिन की 2024 की रिसर्च के अनुसार, गर्मी से निपटने की जो रणनीति दुनियाभर में बन रही हैं, बढ़ता वैश्विक तापमान उन रणनीतियों से आगे निकल सकता है. इसका सीधा असर सऊदी जैसे देशों पर ज्यादा होगा. जियोफिजिकल रिसर्च लेटर्स के 2019 के अध्ययन में कहा गया कि जलवायु परिवर्तन के कारण सऊदी अरब में तापमान बढ़ने से हाजियों को अधिक खतरे का सामना करना पड़ेगा. अभी की जो स्थिति है, उसे देखकर कुछ एक्सपर्ट दावा भी कर रहे हैं कि कम से कम बुजुर्गों के लिए अब हज करना असंभव हो जाएगा.


इस साल हज जाने वालों का आंकड़ा 20 लाख पार हो गया है. हर साल लाखों की संख्या में लोग वहां जाते हैं, लेकिन बढ़ते तापमान ने हाजियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. 50 के ऊपर चल रहे तापमान ने बुजुर्गों के लिए मुश्किल पैदा कर दी है. हालांकि, इसको लेकर सऊदी प्रशासन ने पहले ही एडवाइजरी जारी कर दी थी. सभी हाजियों को छाते का इस्तेमाल करने और लगातार पानी पीने की सलाह दी गई. इसके बाद भी बड़ी संख्या में हाजी बीमार पड़ गए.