Hamas Weapons News: फलस्तीन समर्थक चरमपंथी संगठन हमास ने जब इजरायल पर हमला किया, तो उसने यहां बड़े पैमाने पर तबाही मचाई. युद्ध की शुरुआत इजरायल पर 5000 रॉकेट्स दागने से हुई. इतनी बड़ी संख्या में रॉकेट्स ने इजरायल में बड़ा नुकसान पहुंचाया, क्योंकि ये रॉकेट्स कई लोगों के घरों पर आकर गिरे. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि आधुनिक हथियारों से लैस हमास के चरमपंथियों ने निहत्थे इजरायली नागरिकों पर गोलियां भी बरसाईं. 


हमास के लड़ाकों को कुछ ऐसे हथियारों को इस्तेमाल करते हुए देखा गया है, वो दुनिया की कुछ प्रमुख सैन्य शक्ति वाले मुल्क ही इस्तेमाल करते हैं. हमास के पास गाजा पट्टी में हथियारों का जखीरा है, जिनके जरिए वह हमेशा ही इजरायल को अपने निशाने पर लेता रहता है. पिछले कुछ सालों में वह हथियारों के मामले में मजबूत भी हुआ है. ऐसे में आइए जानते हैं कि हमास के पास कौन-कौन से हथियार हैं, जिनके जरिए उसने इजरायल में इतनी तबाही मचाई है. 


मशीन गन




मशीन गन के साथ हमास के लड़ाके (AP)


हमास ज्यादातर जिन मशीन गन का इस्तेमाल करता है, उसमें सोवियत काल की बनी DShK मशीन गन होती हैं. ये .50 कैलिबर वाली मशीन गन सैन्य वाहनों और एयरक्राफ्ट में छेद करने की क्षमता रखती हैं. इन्हें आमतौर पर किसी बख्तरबंद गाड़ी के ऊपर या फिर जमीन पर ट्राइपोड के जरिए फिट कर दिया जाता है. युद्ध के मैदान में सुरक्षा के लिए मशीन गन को बेहतरीन हथियार माना जाता है. 


एके-47




हाथों में मशीन गन लिए हमास के लड़ाके (AP)


दुनियाभर में आतंकियों को एके-47 इस्तेमाल करते हुए देखा गया है. ये एक ऐसा हथियार है, जो किसी भी मौसम में इस्तेमाल किया जा सकता है. एके-47 के ट्रिगर पर एक बार उंगली रखकर पूरी मैगजीन को खाली किया जा सकता है. हमास जिन एके-47 का यूज कर रहा है, उनमें से कुछ सोवियत काल की हैं, जबकि कुछ चीन की हैं. बताया गया है कि एके-47 की खरीददारी ब्लैक मार्केट से हो रही है. 


रॉकेट्स




हमास के रॉकेट्स (Getty)


इजरायल के साथ युद्ध में हमास हमेशा से ही रॉकेट्स पर निर्भर रहा है. हमास इन दिनों ज्यातार रॉकेट्स खुद ही बनाता है. चरमपंथी संगठन के एक नेता ने बताया था कि उनके पास 250 किमी, 160 किमी, 80 किमी और 10 किमी रेंज वाले रॉकेट्स हैं. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि मोर्टार और गोले भी हमास खुद ही बना रहा है. ये सब हमास गाजा के भीतर ही बना रहा है. 


ग्रेनेड्स




ग्रेनेड्स (AP)


हमास के लड़ाकों ने जब इजरायल में एंट्री की, तो सबसे पहले हमले के लिए उन्होंने हैंड ग्रेनेड का ही इस्तेमाल किया. हालांकि, अभी तक ये साफ नहीं है कि हमास ने ग्रेनेड्स खुद बनाए हैं या फिर किसी के जरिए उसे ये मिला है. हैंड ग्रेनेड्स काफी महंगे होते हैं. लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि हमास ने इन्हें खुद ही तैयार कर लिया हो. 


ड्रोन




लड़ाकू ड्रोन (AP)


हमास इन दिनों हमलों के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल करने लगा है. इजरायल के ऊपर किए गए हमले के कुछ वीडियो सामने आए, जिसमें इजरायली सैनिकों के ऊपर बम गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया. माना जा रहा है कि हमास को ये हथियार किसी देश की तरफ से मिला है. लड़ाकों को ड्रोन उड़ाना सिखाया भी गया है. कहीं न कहीं इशारा ईरान की ओर जा रहा है, जो हमास को सपोर्ट करता है. 


पैराग्लाइडर्स




पैराग्लाइडर के जरिए इजरायल में उतरता हमास का लड़ाका (AP)


इजरायल में चल रहे म्यूजिक फेस्टिवल पर जब हमला बोला गया, तो उस वक्त हमास के लड़ाकों ने पैराग्लाइडर्स की मदद से लैंडिंग की थी. पैराग्लाइडर्स का इस्तेमाल एडवेंचर के लिए किया जाता है. लेकिन हमास ने इसे अपने मंसूबों को अंजाम देने के लिए यूज किया. पैराग्लाइडर्स में इंजन भी लगे होते हैं. एक बार हवा में उड़ान भरने के बाद कुछ तो पैराशूट के जरिए इनसे कूद भी जाते हैं. 


बुलडोजर




बुलडोजर के जरिए तोड़ी जा रही सीमा (Screengrab)


हमास के लड़ाकों ने इजरायल के साथ लगी सीमा को तोड़ने के लिए बुलडोजर का भी इस्तेमाल किया. हमले के बाद सामने आई तस्वीरों में सीमा पर कंटीले तारों की चारदीवारी को बुलडोजर के जरिए तोड़ते हुए भी देखा गया. 


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