(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Hamas Attack On Israel: हमास के हमले की पर्ल हार्बर अटैक से हो रही तुलना, इजराइल की खुफिया एजेंसियों पर खड़े हुए सवाल
इजराइल को हमेशा अपनी खुफिया एजेंसियों पर गर्व रहा है, लेकिन इस हमले से उसकी खुफिया विफलता दिखाई पड़ती है. इसके साथ ही कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं.
Israel-Palestine Conflict: इजराइल पर चरमपंथी समूह हमास की ओर से किए हमले के बाद युद्ध जैसी स्थिति बन गई है. हमास की ओर से शनिवार की सुबह किया गया हमला इजराइल की ‘खुफिया विफलता'' का नतीजा बताया जा रहा है. एक्सपर्ट इजराइल की खुफिया एजेंसियों पर सवाल खड़े कर रहे हैं. दुनिया इस बात से हैरान है कि आखिर इजराइल को इतने बड़े हमले की भनक कैसे नहीं लगी.
गौरतलब है कि हमास ने शनिवार को इजराइल पर हमला करते हुए करीब साथ हजार रॉकेट दागे. इसके साथ ही हमास के सैकड़ों लड़ाके हवा, जमीन और समुद्र के रास्ते इजराइली सीमा में घुस गए. उन्होंने नागरिकों पर गोली चलाई, बंधक बना लिया.
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार की सुबह इजराइल के नागरिकों के लिए किसी काली सुबह की तरह थी. इससे पहले कि अधिकांश लोगों की नींद खुलती, कई हिस्सों में हवाई हमले के सायरन बजने लगे.
इजराइल के लिए 75 वर्षों में सबसे भयानक दिन
दोपहर तक शनिवार का यह दिन इजराइल के अस्तित्व के 75 वर्षों में सबसे भयानक दिन में बदल गया था. गरीब और घनी आबादी वाले गाजा पट्टी को नियंत्रित करने वाले इस्लामी आतंकवादी समूह हमास के हमलावरों ने रात होते-होते सैकड़ों लोगों को मार डाला और सैकड़ों को घायल कर दिया.
इजराइल की सेना ने शनिवार को खुद को असुरक्षित महसूस किया. दुनिया के सबसे प्रभावशाली सशस्त्र बलों और एक प्रमुख खुफिया एजेंसी में से एक का दावा करने वाला इजराइल बेबस और लाचार नजर आया.
इजराइली अधिकारियों से पूछे जाएंगे सवाल
इजराइली अधिकारियों के लिए प्रश्न बहुत बड़े हैं. 17 साल से अधिक समय हो गया है, जब एक इजराइली सैनिक को इजराइली क्षेत्र पर हमले में युद्ध बंदी बनाया गया था, लेकिन इस हमले के बाद ऐसा देखने को मिला. दुनिया के सबसे गरीब इलाकों में से एक का चरमपंथी समूह इतना विनाशकारी हमला करने में कैसे कामयाब हो सकता है? यह सवाल इजराइल की आने वाली पीढ़ियां भी पूछेंगी.
इजराइली सुरक्षा एजेंसियों की विफलता
इजराइल रक्षा बलों के पूर्व अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता जोनाथन कॉनरिकस ने अपने देश के सिस्टम पर सवाल उठाते हुए कहा, ''पूरा सिस्टम फेल हो गया. यह सिर्फ एक घटना नहीं है. हमास का यह हमला पर्ल हार्बर अटैक की याद दिलाता है. यह पूरी तरह से इजराइली सुरक्षा एजेंसियों की विफलता है, यह इजराइल के लिए पर्ल हार्बर जैसा क्षण है.'' उन्होंने आगे कहा कि आईडीएफ ने बार-बार इस सवाल को टाल दिया है कि क्या शनिवार की घटनाएं खुफिया विफलता हैं?
सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल रिचर्ड हेचट ने सीएनएन को बताया कि इजराइल मौजूदा लड़ाई और नागरिकों की रक्षा पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. हेचट ने कहा कि हम इस बारे में बात करेंगे कि खुफिया जानकारी के बाद क्या हुआ. विशेषज्ञों का कहना है कि इजराइल को हमेशा अपनी खुफिया एजेंसियों, घरेलू इकाई शिन बेट और विशेष रूप से अपनी बाहरी जासूसी एजेंसी मोसाद पर गर्व रहा है, लेकिन इस हमले से उसकी खुफिया विफलता दिखाई पड़ती है.
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