Israel Hamas War: हमास और इजरायल के बीच जंग जारी है. मंगलवार (10 अक्टूबर) को इस जंग का चौथा दिन था क्योंकि शनिवार (7 अक्टूबर) को हमास के लड़ाकों ने दक्षिणी इजरायल में हमला किया था और भारी संख्या में विभिन्न माध्यमों से घुसपैठ की थी. जिसके बाद इजरायल में युद्ध की घोषणा कर दी थी. सोमवार (9 अक्टूबर) को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि अभी हमास पर एक्शन बस शुरू हुआ है.
मंगलवार (10 अक्टूबर) को हमास ने इजरायल के अश्कलोन शहर पर रॉकेट दाग दिए. हालांकि, खबर लिखे जाने तक रॉकेट हमले से नुकसान का अपडेट नहीं आया था. उधर गाजा पट्टी में इजरायली वायु सेना के लड़ाकू विमान हमास के ठिकानों को निशाना बनाकर बम बरसा रहे हैं. दोनों से चश्मदीदों का कहना है कि इस संघर्ष में स्थानीय नागरिक भी चपेट में आ रहे हैं.
गाजा में रहने वाली एक भारतीय महिला ने लुबना नजीर शब्बू ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को फोन पर अपने पास घट रही भयावह आपबीती की आखों देखी बताई है. उसने भारतीय अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जंग दोनों ओर से मिलाकर 1600 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और 4000 हजार से ज्यादा लोग घायल है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और भारत में नियुक्त इजराइल की महावाणिज्य दूत टैमी बेन-हैम के बयान आए हैं. किसने क्या कहा और घटनाक्रम में ताजा अपडेट क्या है, आइये जानते हैं.
इजरायल के अश्कलोन और तेल अवीव में हमास ने दागे रॉकेट
हमास ने स्थानीय समयानुसार शाम पांच बजे इजरायली लोगों को अश्कलोन शहर को छोड़ने की चेतावनी दी. पांच बजे के तुरंत बाद शहर में रॉकेट हमले की आवाज सुनी गई. वहीं, हमास ने तेल अवीव में बेन गुरियन हवाई अड्डे (Ben Gurion Airport) समेत अन्य इलाकों पर रॉकेट बरसाए.
हमास-इजरायल जंग के बीच कहां कितने लोग मारे गए?
न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक, इजरायल ने गाजा के सीमावर्ती इलाकों को हमास के चरमपंथियों से वापस लेने का दावा किया है. वहीं, युद्ध में जान गंवाने वालों की संख्या 3,000 के पार हो गई है. वहीं, इजरायल के एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि हमास के हमले में जान गंवाने वालों की संख्या 1,000 के पार हो गई है.
न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, इजरायल ने कहा है फलस्तीनी क्षेत्र के बाहर जंग में मंगलवार (10 अक्टूबर) तक 1,500 हमास आतंकियों के शव बरामद हुए हैं.
वहीं, बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार से इजरायल की एयरस्ट्राइक के चलते जान गंवाने वाले फलस्तीनियों की संख्या बढ़कर 830 हो गई. वहीं, अमेरिका में इजराइल के दूतावास का कहना है कि इजराइली पक्ष में मरने वालों की संख्या अब कम से कम 1,008 हो गई है.
हमास ने कहा है कि वह जंग खत्म होने तक बंधकों पर बातचीत नहीं करेगा. संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के राजदूत के मुताबिक, वर्तमान में 100 से 150 इजराइली बंधक हैं. इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि गाजा में कम से कम दो लाख लोग को विस्थापित होना पड़ा है.
भारतीय मूल की महिला आंखों देखी बताते हुए
मुश्किल घड़ी में भारत के लोग इजरायल के साथ- पीएम मोदी
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पीएम मोदी ने मंगलवार (10 अक्टूबर) को इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कहा कि इस मुश्किल घड़ी में भारत के लोग उनके देश के साथ दृढ़ता से खड़े हैं. वहीं, नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ जवाबी हमलों के बीच पीएम मोदी को फोन कर स्थिति के बारे में अपडेट साझा किया.
प्रधानमंत्रीकार्यालय ने एक बयान में कहा कि पीएम मोदी ने मारे गए और घायल हुए लोगों के प्रति अपनी गहन संवेदना प्रकट की. पीएम मोदी ने इजरायल में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया. वहीं, नेतन्याहू ने पीएम मोदी को पूरे सहयोग का आश्वासन दिया.
पीएम मोदी अपने ‘एक्स’ हैंडल से पोस्ट किया, ‘‘मैं प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के फोन कॉल के लिए और मौजूदा हालात पर जानकारी देने के लिए उन्हें शुक्रिया अदा करता हूं. भारत की जनता इस मुश्किल घड़ी में मजबूती से इजराइल के साथ खड़ी है. भारत आतंकवाद के सभी स्वरूपों की पुरजोर और स्पष्ट रूप से निंदा करता है.’’
इजराइल के राजदूत बोले- शुक्रिया
भारत में इजराइल के राजदूत नाओर गिलन ने उनके देश को भारतीयों से मिले समर्थन के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया. उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी, एक बार फिर शुक्रिया. हमें अपने भारतीय भाइयों और बहनों से इतना सहयोग मिला है और दुर्भाग्य से मैं आप सभी को व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद व्यक्त करने में असमर्थ हूं. इसे हमारे सभी मित्रों के लिए मेरे आभार के रूप मे स्वीकार किया जाए.’’
अमेरिकी राष्ट्रपति ने इजरायली पीएम से की बात
अमेरिकी राष्ट्रपति ने मंगलवार को एक्स हैंडल पर पोस्ट किया, ''उपराष्ट्र्रपति कमला हैरिस और मैं इजरायल में आतंकी हमले पर हालात का अपडेट प्राप्त करने और अगले कदमों का निर्देश देने के लिए हमारी टीमों के साथ बैठे. हम इजरायल का समर्थन करने, शत्रुतापूर्ण लोगों को रोकने और निर्दोष लोगों की रक्षा के लिए समन्वय पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नेतन्याहू से जुड़े.''
इससे पहले एक अन्य पोस्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ''यह कुछ दूर की त्रासदी नहीं है. इजरायल और अमेरिका के बीच रिश्ते बहुत गहरे हैं. यह कई अमेरिकी परिवारों के लिए निजी मामला है जो इस हमले के दर्द के साथ-साथ सहस्राब्दियों से यहूदी विरोधी भावना और यहूदी लोगों के उत्पीड़न के कारण पैदा हुए घावों को महसूस कर रहे हैं. देशभर के शहरों में स्थानीय और संघीय कानून प्रवर्तन भागीदार इजराइल में भयानक आतंकी हमलों के संबंध में किसी भी घरेलू खतरे की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं.''
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बोले- स्वतंत्र संप्रभु फलस्तीन आवश्यक
हमास और इजरायल की जंग के बीच रूसी राष्ट्रपति ने फलस्तीन का निर्माण जरूरी बताया. पुतिन ने कहा है कि 'स्वतंत्र संप्रभु' फलस्तीनी स्टेट का निर्माण एक 'आवश्यकता' है. रूसी राष्ट्रपति ने इजरायल-गाजा संघर्ष को अमेरिकी मध्य पूर्व नीति की विफलता करार दिया.
ईरानी नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने किया हमास का समर्थन
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने मंगलवार को फलस्तीनियों के समर्थन की बात कही. साथ ही हमास के हमले में ईरान का हाथ होने से इनकार किया. हालांकि, उन्होंने कहा कि वह इजरायल पर हमले की योजना बनाने वालों के हाथ चूमते हैं. उन्होंने फलस्तीनियों पर गर्व होने की बात कही. खामेनेई ने कहा है कि इजरायल को उसकी सैन्य और खुफिया हार का जख्म मिला है, जिससे वह उबर नहीं पाएगा.
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने बताया अपना रुख
हमास-इजरायल जंग के बीत सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने अपना रुख बताया. सऊदी अरब की सरकारी मीडिया ने मंगलवार को बताया कि क्राउन प्रिंस ने फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से फोन पर बात की है, साथ ही फलस्तीन प्रति अपना समर्थन जताया है. क्राउन प्रिस दोनों पक्षों के बीच जंग को रोकने का प्रयास कर रहे हैं. सऊदी मीडिया के मुताबिक, क्राउन प्रिंस ने कहा, ''फिलिस्तीनी लोगों के अच्छे जीवन के उनके कानूनी अधिकारों को प्राप्त करने, उनकी आशाओं और आकांक्षाओं को साकार करने और न्यायपूर्ण और स्थायी शांति प्राप्त करने के लिए किंगडम लगातार फलस्तीन के साख खड़ा है.''
इजराइल की महावाणिज्य दूत टैमी बेन-हैम बोलीं- '...हमें भारत के समर्थन की जरूरत'
इस बीच दक्षिण भारत के लिए नियुक्त इजराइल की महावाणिज्य दूत टैमी बेन-हैम ने हमास के खिलाफ कार्रवाई में भारत की मदद मांगते हुए मंगलवार को कहा कि उनके देश को दुनियाभर के समान विचारधारा वाले देशों और लोगों के समर्थन की जरूरत है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के साथ इंटरव्यू में उन्होंने कहा, ''इस आतंकी संगठन को नष्ट करने के लिए हम अपनी ओर से सर्वोत्तम कोशिश करने जा रहे हैं और हमें भारत के समर्थन की जरूरत है, हमें अपने दोस्तों के समर्थन की जरूरत है. हमें दुनिया भर के समान विचारधारा वाले देशों और लोगों के समर्थन की जरूरत है जो समझते हैं कि हमें आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने की आवश्यकता है.''
इजराइली दूत ने यह भी कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी का संदेश बहुत स्पष्ट और कड़ा है, जो कि एक अच्छी चीज है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि (भारत का) समर्थन जारी रहे. हम चाहते हैं कि यह तालमेल बना रहे. हमास ने इजराइली नागरिकों, इजराइली बच्चों, महिलाओं को निशाना बनाया, लेकिन वे गाजा में भी यही कर रहे हैं.’’
(भाषा इनपुट के साथ)