Gaza News: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 5 फरवरी को पश्चिम एशिया संकट को हल करने के लिए एक योजना सबके सामने रखी थी, जिसमें अमेरिका द्वारा गाजा पट्टी पर कब्जा करना और यहां रहने वाले या विस्थापित हुए फिलिस्तीनियों को पड़ोसी देशों मिस्र और जॉर्डन में शरण देना शामिल है.


इसी बीच हमास ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गाजा पट्टी को खाली करने के प्लान का कड़ा विरोध किया है. उन्होंने कहा कि ट्रंप का ये प्लान  कब्जा करने की घोषणा के जैसा है. 


हमास ने उठाई ये मांग


यरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, हमास ने अपने बयान में कहा, "गाजा में हमें किसी और देश की जरूरत नहीं है. एक कब्जे के बदले हम दूसरे कब्जे को स्वीकार नहीं करेंगे." फिलिस्तीनी एकता का आह्वान करते हुए हमास ने अरब देशों से आग्रह किया कि वे ट्रंप के दबाव में ना आए और विस्थापन को अस्वीकार करने वाले रुख पर कयाम रहें.


हमास ने अंतरराष्ट्रीय संगठनों से भी ट्रंप के प्रस्ताव का विरोध करने का आह्वान किया है. इसके अलावा हमास ने इस विस्थापन प्रोजेक्ट का विरोध करने के लिए अरब देशों से आपातकालीन शिखर सम्मेलन बुलाने की मांग की है.


बेंजामिन नेतन्याहू ने किया समर्थन


इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान का समर्थन किया जिसमें गाजा पट्टी के पुनर्निर्माण के लिए वहां से फिलिस्तीनियों को स्थानांतरित करने का प्रस्ताव शामिल है. उन्होंने इस योजना को असाधारण बताया.


रिपोर्ट के मुताबिक नेतन्याहू ने अमेरिकी मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में बुधवार को कहा, यह पहला अच्छा विचार है जो मैंने सुना है. यह एक उल्लेखनीय विचार है. मुझे लगता है कि इसे आगे बढ़ाया जाना चाहिए और लागू किया जाना चाहिए - क्योंकि यह सभी के लिए एक अलग भविष्य बनाएगा. इजरायली मीडिया के मुताबिक नेतन्याहू का यह बयान मंगलवार को व्हाइट हाउस में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रंप की ओर से पेश किए गए विचार का पहला पूर्ण समर्थन है.


(इनपुट आईएएनएस के साथ)