Israel-Hamas Ceasefire: इजरायली सेना ने जानकारी देते हुए बताया कि  रेड क्रॉस ने पुष्टि की है कि उसके पास सात बंधक हैं. जिसमे दो इजरायली और 5 थाई नागरिक हैं. उनकी रिहाई 19 जनवरी को शुरू हुए युद्धविराम का हिस्सा है. 


इस सीजफायर का उद्देश्य इजरायल और हमास आतंकवादी समूह के बीच अब तक लड़े गए सबसे घातक और सबसे विनाशकारी युद्ध को समाप्त करना है. पिछले 10 दिनों ने इस क्षेत्र में सीजफायर लागू है.


अर्बेल येहूद हुईं रिहा


युद्धविराम के शुरुआती छह हफ्तों के दौरान लगभग 2,000 फ़िलिस्तीनी कैदियों के बदले में कुल 33 इज़रायली बंधकों को रिहा किए जाने की उम्मीद है. इजरायल का कहना है कि उसे हमास से जानकारी मिली है कि उनमें से आठ बंधक या तो हमास के 7 अक्टूबर, 2023 के हमले में मारे गए या फिर कैद में ही उनकी मौत हो गई. गुरुवार को रिहा किये गये इजरायलियों में से एक 29 वर्षीय अर्बेल येहूद भी हैं.


डरी हुईं नजर आईं अर्बेल येहूद


टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, जारी किए वीडियो के अनुसार, बंधक अर्बेल येहूद को दक्षिणी गाजा के खान यूनिस में फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद द्वारा रेड क्रॉस को सौंपते हुए दिखाया गया है. इस वीडियो वो डरी हुईं नजर आ रही हैं. 


 




बेंजामिन नेतन्याहू ने उठाई ये मांग 


बंधकों की कथित रिहाई के फुटेज पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मध्यस्थों से आग्रह किया कि वे सुनिश्चित करें कि “ऐसे धमकी भरे दृश्य फिर न हों.


उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "मैं अपने बंधकों की रिहाई के दौरान हुए चौंकाने वाले दृश्यों को बहुत गंभीरता से देख रहा हूं. यह हमास आतंकवादी संगठन की अकल्पनीय क्रूरता का एक और सबूत है. मैं मांग करता हूं कि मध्यस्थ यह सुनिश्चित करें कि इस तरह के ख़तरनाक दृश्य फिर से न हों और हमारे बंधकों की सुरक्षा की गारंटी दें. जो कोई भी हमारे बंदियों को नुकसान पहुंचने की हिम्मत करेगा, वो इसके लिए आगे खुद ही जिम्मेदार होगा.