Canada-India Tension Row: कनाडा की रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) ने कहा है कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की से जांच चल रही है. खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच RCMP की Homicide Investigation Team (IHIT) के तरफ से की जा रही है. IHIT के प्रवक्ता सार्जेंट टिमोथी पिएरोटी ने गुरुवार (28 सितंबर) को PTI को बताया कि हम हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के संबंध में की जा रही रिपोर्टों से अवगत हैं.
PTI की रिपोर्ट के मुताबिक IHIT के प्रवक्ता ने कहा कि मैं IHIT के तरफ से जुटाए गए खास सबूतों पर कुछ भी बोलने में असमर्थ हूं. आपको बता दें कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाते हुए कहा था कि 18 जून को निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार का हाथ है. हालांकि, भारत ने आरोपों को बेतुका और राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया था.
पुलिस से मिलता था निज्जर
IHIT के प्रवक्ता सार्जेंट टिमोथी पिएरोटी ने स्थानीय साप्ताहिक समाचार पत्र सरे नाउ-लीडर को बताया कि पुलिस ने सबूतों के आधार पर इलाके की व्यापक रूप से जांच पूरी कर ली है. सभी वीडियो फुटेज कलेक्ट की जा रही है.
निज्जर के बेटे बलराज निज्जर ने स्थानीय दैनिक को बताया कि उनके पिता की कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा के अधिकारियों के साथ सप्ताह में एक या दो बार बैठकें होती थी, जिसमें 18 जून की हत्या से एक या दो दिन पहले हुई बैठक भी शामिल थी और दो दिन बाद भी एक और बैठक होनी थी.
वाशिंगटन पोस्ट अखबार के बयान पर जांच
भारत की तरफ से प्रतिबंधित संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के प्रमुख निज्जर की 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में हत्या कर दी गई थी. भारत ने निज्जर को 2020 में आतंकवादी घोषित किया था. ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में गुरु नानक सिख गुरुद्वारा साहिब के पार्किंग में निज्जर की हत्या हुई थी. वहीं अब इस बात पर जांच शुरू कर दी गई है कि जून में हुई हत्या से जुड़े सिक्योरिटी कैमरे के फुटेज को वाशिंगटन पोस्ट अखबार ने कैसे देख लिया.
कनाडा की राष्ट्रीय समाचार एजेंसी द कैनेडियन प्रेस ने गुरुद्वारे के प्रवक्ता गुरकीरत सिंह के हवाले से कहा, "हमें मंदिर की तरफ से बताया गया है कि वीडियो मीडिया, जनता के लिए नहीं है क्योंकि यह एक चल रही जांच का हिस्सा है. वह वीडियो किसी को भी जारी नहीं किया जाएगा."
हालांकि, सिंह ने कहा कि उन्होंने वीडियो कई बार देखा है. उन्होंने कहा कि ये (हत्या) बिना सोचे-समझे नहीं किया गया था. इसके लिए हरदीप सिंह की गतिविधियों पर नजर रखी जा रहे थी. वे लोग जानते थे कि निज्जर किस ओर जाता है और गुरुद्वारे से कैसे बाहर निकलता है.