Hardeep Singh Nijjar: खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. निज्जर की गोली मारकर हत्या करने वाले आरोपी कनाडा में ही है. कनाडा के 'द ग्लोब एंड मेल' ने अपनी रिपोर्ट में बताया गया है कि जिन दो लोगों को लेकर माना जा रहा है कि उन्होंने ही खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या की, वे कनाडा छोड़कर नहीं गए हैं. उन्हें अधिकारियों के जरिए जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है.
दरअसल, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिस ट्रूडो ने सितंबर में भारत पर निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि भारतीय एजेंट्स के जरिए निज्जर की हत्या की गई है, जिसे भारत ने सिरे से खारिज कर दिया था. भारत का कहना था कि ट्रूडो का बयान राजनीति से प्रेरित है. हरदीप सिंह निज्जर की इस साल 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सर्रे शहर के एक गुरुद्वारे के बाहर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
गिरफ्तारी के बाद होगा दूध का दूध, पानी का पानी
'द ग्लोब एंड मेल' ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों का हवाला देते हुए बताया है कि दो संदिग्ध महीनों से पुलिस सर्विलांस पर थे. उन्हें जल्द ही रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस के जरिए गिरफ्तार कर लिया जाएगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि जब दोनों संदिग्धों के खिलाफ आरोप लगाए जाएंगे, तो पुलिस कथित हत्यारों की संलिप्तता और भारत सरकार के इस मामले में हाथ होने को लेकर जानकारी देगी.
इन दोनों संदिग्धों की गिरफ्तारी के साथ ही 'दूध का दूध और पानी का पानी' हो जाएगा. कनाडा ने जिस तरह से निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाकर संबंध बिगाड़े. उसके बाद इन दोनों संदिग्धों से उम्मीद की जा रही है कि जब इनसे पूछताछ की जाएगी, तो ये दुनिया को बताएंगे कि निज्जर की हत्या में भारत का हाथ नहीं था. ऐसा होने पर कनाडा दुनिया के सामने बुरी तरह बेनकाब होने वाला है.
खालिस्तानियों के लिए पनाहगाह बना कनाडा
भारत लगातार कहता आ रहा है कि कनाडा खालिस्तानी आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बनता जा रहा है. सिर्फ खालिस्तानी आतंकी ही नहीं, बल्कि गैंगस्टर्स भी कनाडा में जाकर छिपने लगे हैं. खालिस्तानी आतंकियों ने कनाडा से बैठे-बैठे भारत के खिलाफ जहरीली बयानबाजी की है. हालांकि, इन सबके बाद भी कनाडा की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई है. भारत ने यहां तक कहा है कि वह निज्जर की हत्या की जांच में सहयोग करने के लिए भी तैयार है.
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