नई दिल्ली/कोलंबो: श्रीलंका में रविवार को ईस्टर के मौके पर चर्च और होटलों में हुए बम धमाकों में 290 लोग मारे गए जिनमें आठ भारतीय भी शामिल हैं. पहले छह लोगों की मौत की खबर थी. आज विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त ने ट्वीट को रीट्वीट किया. उच्चायुक्त ने ट्वीट कर कहा, ''हम बड़े दुख के साथ कल हुए हमले में दो लोगों के. जी हनुमंतरायप्पा और एम रंगयप्पा के निधन की पुष्टि करते हैं.’’
इसके बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने ट्वीट कर कहा कि के. जी हनुमंतरायप्पा, एम रंगयप्पा, लक्ष्मण गौड़ा रमेश और केएम लक्ष्मीनारायण की मौत हुई है. जी हनुमंतरायप्पा, एम रंगयप्पा जेडीएस के कार्यकर्ता थे. उन्होंने कहा, ''विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कोलंबो बम धमाके में हनुमंतरायप्पा और एम रंगयप्पा के मारे जाने की पुष्टि की है. जेडीएस कार्यकर्ता की मौत से गहरा धक्का लगा है, मैं उन्हें व्यक्तिगत तौर पर जानता था. हम उनके परिवार के साथ खड़े हैं.''
रविवार को चार की मौत की हुई थी पुष्टि
स्वराज ने रविवार को सिलसिलेवार ट्वीट में तीन भारतीयों लक्ष्मी, नारायण चंद्रशेखर और रमेश के मारे जाने की पुष्टि की थी. उन्होंने लिखा, ‘‘ कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त ने बताया कि नेशनल हॉस्पिटल ने तीन भारतीयों के निधन की पुष्टि की है.’’ केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने रविवार को हुए बम धमाके में केरल के पी एस रसायिना (58) के मारे जाने की पुष्टि की थी.
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गौरतलब है कि श्रीलंका में रविवार को गिरजाघरों और पांच सितारा होटलों में ईस्टर के मौके पर आत्मघाती हमलों सहित आठ बम धमाकों में कम से कम 290 लोगों की जान चली गई हैं और करीब 500 लोग घायल हुए हैं. हमलों की अभी तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है.
24 गिरफ्तार
श्रीलंकाई अधिकारियों ने गिरजाघरों और होटलों में हुए सिलसिलेवार विस्फोटों के मामले में सोमवार को कथित तौर पर मुस्लिम चरमपंथी समूह के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया. इसके साथ ही मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या 24 हो गई है.
श्रीलंका में हुए अब तक के सबसे खतरनाक हमलों में से एक है. ये विस्फोट स्थानीय समयानुसार सुबह पौने नौ बजे के करीब ईस्टर प्रार्थना सभा के दौरान कोलंबो के सेंट एंथनी गिरजाघर, पश्चिमी तटीय शहर नेगोम्बो के सेंट सेबेस्टियन गिरजाघर और बट्टिकलोवा के जियोन गिरजाघर में हुए. वहीं तीन पांच सितारा होटलों - शांगरी ला, सिनामोन ग्रैंड और किंग्सबरी को भी निशाना बनाया गया.
सरकार का हालांकि कहना है कि वह हमले शामिल संदिग्धों से जुड़ी जानकारियों को उजागर नहीं करेगी ताकि उनका प्रचार ना हो. गिरफ्तार किए लोगों के बारे में जानकारी मांगने पर रक्षा मंत्री रुवन विजेवार्डीन ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ चरमपंथियों का प्रचार ना करें. उन्हें शहीद बनने में मदद ना करें.’’
हमलावर हमले की तैयारी करने के लिए जिस घर में तीन महीने तक रहे उसकी पहचान भी दक्षिण कोलंबो उपनगर पानादुरा में कर ली गई है. इस बीच, श्रीलंकाई वायु सेना ने कोलंबो अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से रविवार देर रात के मुख्य टर्मिनल की ओर जाने वाली सड़क से एक देशी बम बरामद किया, जिस समय पर निष्क्रिय कर दिया गया.
वायुसेना के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ यह छह फुट लंबा एक देशी पाइप बम था, जो सड़क के किनारे बरामद हुआ.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हमने उसे हटाकर सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया. ’’