जोहानिसबर्गः दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले में सुनवाई बुधवार को शुरू हुई. अभियोजन ने कहा कि करीब एक दशक के कार्यकाल में उन्होंने 700 से ज्यादा बार रिश्वत ली. भ्रष्टाचार मामले में सुनवाई उनके कुछ कथित अपराधों के 25 साल से अधिक समय बाद शुरू हुई है. वर्ष 2009 से 2018 तक राष्ट्रपति रहे जुमा ने पीटरमारित्सबर्ग हाईकोर्ट में भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी, कर चोरी और धनशोधन के आरोपों को कबूल नहीं किया.
जुमा पर फ्रांसीसी कंपनी थेल्स के साथ हथियारों का सौदा करने के लिए रिश्वत लेने का भी आरोप है. दक्षिण अफ्रीका ने 1999 में कंपनी के साथ अरबों डॉलर के हथियारों के सौदे पर हस्ताक्षर किये थे.
जुमा 1999 से 2005 तक दक्षिण अफ्रीका के उपराष्ट्रपति थे और भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच उन्हें पद से हटा दिया गया था. जुमा पहली बार 2005 में भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसे थे लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप के बीच उनके खिलाफ आरोपों को कई बार वापस लिया गया. यदि उन्हें दोषी पाया जाता है 79 वर्षीय जुमा को 25 साल की जेल हो सकती है.
इसे भी पढ़ेंः
नेपाल में राजनीतिक उठापटक उफान पर, भारत सरकार ने की महत्वपूर्ण टिप्पणी