इस मुस्लिम देश में हो सकता है तख्तापलट, खलीफा के खिलाफ हजारों की संख्या में सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी
Khalifa Recep Tayyip Erdogan : तुर्किए के खलिफा पिछले कुछ सालों से दुनिया के अलग-अलग देशों की राजनीति में लगातार दखल दे रहे थे. वहीं, अब उनके अपने ही देश में उनकी सत्ता पर संकट छा गया है.

Turkiye Khalifa Erdogan : दुनिया के कई देशों में इस वक्त संघर्ष जारी है. कुछ देश अन्य देशों के साथ युद्ध कर रहे हैं, तो कई देशों में आंतरिक संघर्ष देखने को मिल रहा है. ऐसे में अब एक और मुस्लिम देश में सत्ता के तख्तापलट के हालात दिख रहे हैं. जी हां.. वह देश है तुर्किए, जहां के खलीफा राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन हैं. तुर्किए की हजारों की संख्या में जनता इस वक्त देश के नेता रेसेप तैयप एर्दोगन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतरी हुई है. देश में हालात अब इतने बिगड़ गए हैं कि तुर्किए के प्रशासन ने अगले 4 दिनों तक देश में किसी भी तरह के प्रदर्शन करने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
दूसरे देशों को दे रहे थे चुनौती, अब अपने ही देश में जड़े हो रही कमजोर
पिछले कुछ सालों में तुर्किए के खलीफा रेसेप तैयप एर्दोगन दुनिया के अन्य देशों की राजनीति में दखल देते हुए दिखाई दिए हैं, फिर चाहे वो सीरिया हो या गाजा. यहां तक की कई बार खलीफा एर्दोगन अपने आप को मुस्लिम वर्ल्ड का लीडर साबित करते हुए सऊदी अरब और ईरान को सीधी चुनौती देते हुए भी दिखाई दिए हैं. लेकिन अब उनके अपने ही देश में उनकी राजनीतिक जड़े कमजोर हो गई है और देश में अपनी सत्ता बनाए रखने के लिए वह अपने सभी विरोधियों की गिरफ्तारी करवाने में लगे हुए हैं.
Bu Millet Büyüktür! pic.twitter.com/Pgxkty4uLK
— Ekrem İmamoğlu (@ekrem_imamoglu) March 19, 2025
''Adalet göğün direğidir, yıkılırsa gök ve yer altüst olur''
— zeze 🦅 (@zezeander) March 19, 2025
O direk yıkıldı........... pic.twitter.com/iwPkfZtD37
अपने विरोधियों को गिरफ्तार करने में लगे हैं खलीफा
तुर्किए के एक प्रमुख शहर इस्तांबुल के मेयर एक्रेम इमामोग्लु की गिरफ्तारी के बाद हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी गुरुवार (20 मार्च) को इस्तांबुल की सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. सेक्यूलर रिपब्लिकन पार्टी (CHP) के नेता और इस्तांबुल के मेयर एक्रेम इमामोग्लु को तुर्किए में विपक्षी नेता और राष्ट्रपति एर्दोगन का प्रमुख प्रतिद्व्रंद्वी माना जाता है. अभियोजकों ने इमामोग्लु पर भ्रष्टाचार और एक आतंकी समूह की सहायता करने का आरोप लगाया है और उन्हें आपराधिक संगठन का संदिग्ध नेता करार दिया है.
पुलिस ने 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया
खलीफा की पुलिस ने जांच के तहत 100 से ज्यादा लोगों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है. जिसमें देश के पत्रकार, राजनेता और व्यापारी तक शामिल हैं. वहीं, अपनी गिरफ्तारी के बाद लोगों के गुस्से को देखते हुए इस्तांबुल के गवर्नर ऑफिस ने 4 दिन तक किसी भी तरह के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाया है. इसके बाद इमामोग्लु ने सोशल मीडिया पर लिखा कि “लोगों की इच्छा को दबाया नहीं जा सकता है.”
प्रतिबंध के बावजूद सड़कों पर उतरा जनसैलाब
तुर्किए में 4 चार दिन के प्रदर्शन पर प्रतिबंध के बावजूद हजारों की संख्या में इस्तांबुल के पुलिस मुख्लालय, सिटी हॉल और इमामोग्लु के पार्टी ऑफिस का इकट्ठा हुए और उन्होंने इमामोग्लू की गिरफ्तारी को अवैध और बेबुनियाद बताया है.
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