Israel-Hezbollah War: लेबनान की राजधानी बेरूत में शुक्रवार (27 सितंबर) को हिजबुल्लाह के मुख्यालय पर इजरायल ने हवाई हमला किया, जिसमें हिजबुल्लाह का केंद्रीय कार्यालय पूरी तरह से ध्वस्त हो गया. इजरायल की सेना आईडीएफ ने इस हमले की वजह बताई है. IDF ने कहा कि हिजबुल्लाह के पास 150,000 से अधिक रॉकेट हैं. इन हथियारों के जरिए हिजबुल्लाह इजरायली नागरिकों को निशाना बनाना चाहता है. इनमें से कुछ हथियारों को रणनीतिक रूप से नागरिक आबादी के नीचे रखा गया है.


IDF ने कहा कि हमने दहिया के करीब इमारतों में रहने वाले लेबनानी नागरिकों से दूर जाने को कहा है, क्योंकि हिजबुल्लाह इन इलाकों का इस्तेमाल कर रहा है. आईडीएफ ने कहा कि उनके सैनिक इजरायली नागरिकों की सुरक्षा के लिए हिजबुल्लाह को निशाना बना रहे हैं. इस दौरान IDF ने स्पष्ट किया कि उनका लेबनान के लोगों के साथ कोई संघर्ष नहीं है. 


मकसद पूरा होने तक इजरायल करेगा हमला-नेतन्याहू
इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया है. संयुक्त राष्ट्र में नेतन्याहू ने कहा कि वे हिजबुल्लाह पर किए जा रहे हमलों को रोकने वाले नहीं हैं. इस दौरान नेतन्याहू ने कहा कि उनका देश युद्ध नहीं चाहता है, वे शांति चाहते हैं, लेकिन कोई भी संगठन या देश उनपर हमला करेगा तो वे उसका सख्ती से जवाब देंगे. इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच जारी जंग के लिए नेतन्याहू ने ईरान को जिम्मेदार ठहराया है. नेतन्याहू ने कहा कि जब तक हम अपने मकसद को पूरा नहीं कर लेते हैं हमले जारी रहेंगे. 


लेबनानी सेना का नसरल्लाह से संपर्क टूटा
शुक्रवार को इजरायल की तरफ से हिजबुल्लाह के मुख्यालय पर किए गए हमले के बाद एक और बड़ी खबर सामने आई. रॉयटर्स ने लेबनान सशस्त्र समूह के एक करीबी सूत्र के हवाले से बताया कि इजरायली हमले के बाद हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह से संपर्क टूट गया है. फिलहाल, हिजबुल्लाह के एक सूत्र ने रॉयटर्स को बताया कि हसन नसरल्लाह अभी जिंदा है. हिजबुल्लाह के सूत्र ने कहा कि कई रिपोर्ट में दावा किया जा रहा था कि नसरल्लाह की मौत हो गई है, लेकिन ये दावे पूरी तरह से झूठे हैं. 


यह भी पढ़ेंः मिडिल ईस्ट में छिड़ेगा महायुद्ध! इजरायल ने लेबनान बॉर्डर पर तैनात किए घातक टैंक, हिजबुल्लाह हो जाएगा नेस्तनाबूद