Hezbollah Israel war: हिजबुल्लाह के प्रमुख नईम कासिम ने शुक्रवार को अपने टीवी भाषण में इजरायल के खिलाफ बड़ी जीत का दावा किया. कासिम के अनुसार, हालिया युद्ध में हिजबुल्लाह ने इजरायल को झुकने पर मजबूर किया और समझौते के लिए बाध्य किया. उन्होंने इस संघर्ष को 2006 की जीत से भी बड़ी सफलता बताया.
हिजबुल्लाह के प्रमुख नईम कासिम ने ने कहा कि हिजबुल्लाह ने इजरायल के घरेलू मोर्चे पर हमले करके उसे रक्षात्मक स्थिति में ला दिया. सितंबर में हुए पेजर हमले का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इजरायल हिजबुल्लाह के कमांड सिस्टम को निशाना बनाना चाहता था, लेकिन असफल रहा. इसके परिणामस्वरूप, इजरायल को युद्धविराम और समझौते के लिए आगे बढ़ना पड़ा.
सीजफायल समझौते की मुख्य शर्तें
हिजबुल्लाह ने लितानी नदी के दक्षिणी हिस्से से इजरायली सेना की वापसी को समझौते की मुख्य शर्त बताया. कासिम के अनुसार, यह हिजबुल्लाह की मजबूती और इजरायल की कमजोर स्थिति का संकेत है. बता दें कि हिजबुल्लाह और लेबनानी सेना के बीच उच्च-स्तरीय समन्वय के जरिए समझौते को लागू किया जाएगा. वहीं सीजफायर मामले पर कासिम ने कहा कि यह जीत लेबनानी जनता की वापसी और इजरायली सेना की अनुपस्थिति से भी स्पष्ट होती है.
इजरायल-हिजबुल्लाह संघर्ष का अंत
अमेरिका की मध्यस्थता में हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच इस हफ्ते युद्धविराम समझौता हुआ. समझौते के तहत इजरायली सैनिक और हिजबुल्लाह दोनों दक्षिणी लेबनान से पीछे हटने को तैयार हुए. 13 महीनों से चल रहे इस संघर्ष में बीते दो महीनों में इजरायल ने लेबनान में भारी बमबारी की, जिससे व्यापक जनहानि हुई.
नईम कासिम का संदेश
कासिम ने हिजबुल्लाह के प्रतिरोध और दृढ़ता की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि यह समझौता डर के कारण नहीं, बल्कि हिजबुल्लाह की रणनीतिक जीत के कारण संभव हुआ. उनका दावा है कि यह संघर्ष क्षेत्रीय ताकतों के समीकरण को बदलने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
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