इजरायल ने जंग में हमास और हिज्बुल्लाह दोनों की कमर तोड़ दी है. इजरायली सेना ने हमास के शीर्ष नेताओं को ढेर कर दिया तो वहीं हिज्बुल्लाह के प्रमुख नेताओं को मार गिराया है. इस बीच हिजबुल्लाह के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह पर इजरायल का हवाई हमला उस वक्त हुआ था, जब वह वॉर रूम में बैठक कर रहा था.


पिछले साल यानी 2024 में 27 सितंबर के दिन बेरूत के दक्षिणी कस्बों में इजरायली हवाई हमलों की एक सीरीज ने कई इमारतों को नेस्तनाबूद कर दिया था. इसी हमले में नसरल्लाह की मौत हो गई. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि इस छह लोगों की मौत हो गई. 


मौत को लेकर किए गए थे ये दावे


शुरूआती रिपोर्ट में कहा गया था कि नसरल्लाह एक बंकर में छिपा बैठा था और धमाके में जहरीले धुएं की रिसाव से उसकी मौत हो गई थी लेकिन अब खुलासा किया गया है कि जब इजरायली सेना बम बरसा रही थी तब वह हिज्बुल्लाह के वॉर रूम में जंग का जायजा ले रहा था.


हिजबुल्लाह के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी वफीक सफा ने रविवार (5 जनवरी 2025) को कहा, "हसन नसरल्लाह इसी जगह से जंग का नेतृत्व करते थे, जहां नसरल्लाह की हत्या की गई थी." उन्होंने कहा कि नसरल्लाह की मौत वॉर रूम में हुई थी. 


कौन था हसन नसरल्लाह?



हसन नसरल्लाह एक शिया आलिम (धार्मिक विद्वान) था. वह लेबनान में हिज़्बुल्लाह ग्रुप का लंबे वक्त से प्रमुख था. नसरल्लाह के रिश्ते ईरान और उसके सुप्रीम लीडर अली खोमनेई का साथ काफी अहम थे. नसरल्लाह की पैठ न सिर्फ लेबनान बल्कि कई दूसरे देशों में भी थी. वह बेहद गरीब परिवार में पैदा हुआ था और उसकी जवानी लेबनान में क्रांति करते हुए बीती थी. 



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