Hezbollah Attack: इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन हमला करने के बाद हिजबुल्लाह सरगना सैय्यद हसन नसरल्लाह ने पहली बार बयान दिया है. नसरल्लाह ने कहा कि उसने हिजबुल्लाह कमांडर फौद शोकोर की मौत का बदला ले लिया है. फिलहाल, यह बदला लेने में कई वजहों से देरी हुई है. नसरल्लाह ने बताया कि हिजलबुल्लाह के हमले के बाद ईरान के और यमन के 'हूती विद्रोही' भी इजरायल पर हमला करने वाले हैं. 


हसन नसरल्लाह ने कहा कि हिजबुल्लाह ने 110 किमी दूर एक इजरायली सैन्य अड्डे को निशाना बनाया है. उसने यह भी दावा किया कि हिजबुल्लाह के ड्रोन इजरायली क्षेत्र में घुसने में कामयाब रहे. उसने इजरायल को धमकाते हुए कहा कि हिजबुल्लाह ने अभी तक सटीक मार करने वाली मिसाइलों का इस्तेमाल नहीं किया है, जरूरत पड़ी तो उनको भी तैनात किया जाएगा. 


हिजबुल्लाह ने कमांडर की मौत का लिया बदला
हसन नसरल्लाह ने एक भाषण में कहा कि हिजबुल्लाह कमांडर फौद शोकोर की हत्या का बदला लेने में देरी हुई, इसकी प्रमुख वजह इजरायल और अमेरिका की लामबंदी थी. लेकिन इसका फायदा यह हुआ कि हमें अपने सहयोगियों से बात करने का मौका मिला, कि एक साथ हमला करें यह अलग. नसरल्लाह ने हिजबुल्लाह की तरफ से रविवार को इजरायल पर किए गए हमले को ऑपरेशन 'अरबईन का दिन' नाम दिया है. 


नसरल्लाह ने बताया कि हिजबुल्लाह का लक्ष्य नागरिकों के बजाय 'ग्लिलोट बेस' सैन्य ठिकाने को तबाह करना था. यह लेबनानी नागरिकों की रक्षा करने और अपने कमांडर की मौत का बदला लेने के लिए हिजबुल्लाह की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. नसरल्लाह ने अपनी रणनीति को उजागर करते हुए कहा कि 'हमने सबसे पहले इजरायल के अंदर ऑपरेशन के लिए अपने लक्ष्य ग्लिलोट बेस को चुना. इसे अमन डिवीजन कहा जाता है, जिसमें यूनिट 8200 शामिल है.' 


इजरायल हुए नुकसान को छिपा रहा-हिजबुल्लाह
उसने बताया कि प्लान के तहत 300 से अधिक कत्यूषा रॉकेट से हमले किए गए, जिससे आयरनडोम को घेरा जा सके. इस बीच इजरायल के अंदर आसानी से ड्रोन घुसने में कामयाब रहे. हिजबुल्लाह सरगना ने बताय कि गाइडेड मिसाइल और ड्रोन के जरिए उसे सभी टारगेट को हिट करने में सफलता मिली है. नसरल्लाह ने कहा कि कई ड्रोन ने अपने लक्ष्यों को निशाना बनाया लेकिन दुश्मन हुए नुकसान को छिपा रहा है. 


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