Imran Khan Arrest News: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से पाकिस्तान में बवाल जारी है. इमरान खान की गिरफ्तारी की पुष्टि पीटीआई वकील फैसल चौधरी ने की. ये गिरफ्तारी इस्लामाबाद हाईकोर्ट में पेशी के दौरान हुई. उनकी गिरफ्तारी पाकिस्तान रेंजर्स ने राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो के कहने पर की. खान की गिरफ्तारी के बाद इस्लामाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने नाराजगी जताई है. 


डॉन डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद इस्लामाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने इस मामले में इस्लामाबाद के आईजी और आंतरिक सचिव को 15 मिनट के अंदर तलब किया. बाद में सुनवाई के दौरान राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो के अधिकारियों और वकील को भी तलब किया. जस्टिस फारूक ने कहा कि अदालत में आइए और हमें बताइए कि इमरान को क्यों और किस मामले में गिरफ्तार किया गया है? 


आईजी और आंतरिक सचिव को लगाई फटकार 


चीफ जस्टिस द्वारा तलब किए जाने के बाद इस्लामाबाद आईजी और आंतरिक सचिव कोर्ट में पेश हुए. दोनों के पहुंचते ही जज ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि हमने आपको 15 मिनट के भीतर अदालत में पेश होने के लिए कहा था, लेकिन आप 45 मिनट के बाद आए. कोर्ट में इस्लामाबाद के आईजी ने जवाब दिया कि उन्हें इमरान की गिरफ्तारी के बारे में मीडिया से पता चला था. उन्होंने जज से कहा कि इमरान खान को भ्रष्टाचार से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया गया है. इस दौरान आईजी ने कोर्ट के समक्ष पीटीआई प्रमुख का गिरफ्तारी वॉरंट पेश किया.


आईजी के जवाब पर न्यायमूर्ति फारूक ने कहा कि ​​मुझे जहां तक पता है कि इमरान को एनएबी द्वारा गिरफ्तार नहीं किया गया. उन्होंने आगे कहा कि अगर वाकई गिरफ्तारी के दौरान कानून का उल्लंघन हुआ है तो कोर्ट जरूरी कार्रवाई करेगा.


वकील अली गौहर ने बताई पूरी कहानी 


इसके बाद वकील अली गौहर ने कोर्ट के सामने पूरी कहानी बताई. अली गौहर इमरान खान के गिरफ्तारी के समय मौजूद थे. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान रेंजर्स बायोमैट्रिक कोर्ट के सामने पहुंचे और अंदर मौजूद सुरक्षाकर्मियों से दरवाजा खोलने को कहा. इसके तुरंत बाद उन्होंने बाहर के शीशे तोड़ दिए और जबरन अंदर दाखिल हुए. वकील ने दावा किया कि वे पीटीआई प्रमुख को बायोमेट्रिक कमरे में प्रवेश करने से पहले ही गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन ऐसा हो नहीं पाया.


रेंजर्स ने कमरे में प्रवेश कर व्हीलचेयर पर बैठे इमरान खान को जबरदस्ती उठाया, उनके साथ बदसलूकी की. रेंजर्स ने उनके जख्मी पैर पर चोट पहुंचाया. अली गौहर के मुताबिक कमरे से बाहर निकलते समय इमरान खान गिर भी गए. इसके बाद उन्होंने कहा कि वह इस संबंध में अदालत में अपना बयान दर्ज कराने के लिए तैयार हैं.


न्याय हर नागरिक का अधिकार है: वकील ख्वाजा हारिस


वहीं, पीटीआई के वकील ख्वाजा हारिस ने कहा कि न्याय हर नागरिक का अधिकार है. उन्होंने कहा कि इमरान खान की गिरफ्तारी न्यायिक स्वतंत्रता पर हमले से कम नहीं है. आखिर राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने पुलिस को छोड़ रेंजर्स को गिरफ्तारी के लिए क्यों चुना?


कोर्ट की गरिमा को नुकसान पहुंचा: चीफ जस्टिस 


आखिर में चीफ जस्टिस ने आईजी और आंतरिक सचिव के सामने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आज न सिर्फ कोर्ट के दरवाजों और खिड़कियों को नुकसान हुआ है. इस बिल्डिंग की गरिमा को नुकसान हुआ है. इसके लिए कौन जिम्मेदार है? जस्टिस फारूक ने कहा कि पूरा मामला 'सिस्टम' से जुड़ा है. सिस्टम की मिली भगत के बिना यह सब कुछ संभव नहीं था. जज ने एनएबी रावलपिंडी के महानिदेशक और वॉचडॉग के अभियोजक जनरल को भी तलब किया और उन्हें 30 मिनट के भीतर अदालत में पेश होने का निर्देश दिया.


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