Hindu American Summit: ईसाइयों के सबसे बड़े देश अमेरिका (US) में वहां की संसद कैपिटल हिल में पहला हिंदू-अमेरिकन शिखर सम्मेलन हुआ है. वहां हाल ही में गठित 'अमेरिकन्स हिंदू' पॉलिटिकल एक्शन कमेटी ने इस शिखर सम्मेलन के आयोजन कराया. इस सम्मेलन को अमेरिकन्स फॉर हिंदूज का नाम दिया गया.


हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में आयोजित हुए पहले हिंदू-अमेरिकी शिखर सम्मेलन में अमेरिकी क्रिश्चियन सांसदों ने हिंदुओं के हित की बातें कहीं. इस दौरान एक अमेरिकी सांसद रिचर्ड मैकोर्मिक ने कहा कि अमेरिकी हिंदुओं के पास अगला राष्ट्रपति चुनने की ताकत है. इसके बाद पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा.





  • हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन के मुताबिक, अमेरिका में करीब 30 लाख हिंदू रहते हैं. 


मंत्रोच्चार के साथ हुआ पहला हिंदू-अमेरिकी सम्मेलन
बताया जा रहा है कि अमेरिकी संसद में हिंदू-अमेरिकी शिखर सम्मेलन की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार और प्रार्थना के साथ हुई. इस सम्मेलन को 20 हिंदू संस्थाओं के समर्थन से कराया गया. इस सम्मेलन में रिपब्लिकन पार्टी के सांसद जो विल्सन ने अपने पिता की सेकेंड वर्ल्ड वॉर की तस्वीर दिखाई जब वो ताजमहल देखने आगरा पहुंचे थे.




'अमेरिका में हिंदुओं ने हर क्षेत्र में बेहतरीन काम किया'
अमेरिकन्स4हिंदू पॉलिटिकल एक्शन कमेटी के एक पदाधिकारी ने बताया कि हिंदू-अमेरिकी शिखर सम्मेलन का मकसद अमेरिका में रहने वाले हिंदू समुदाय के लोगों की दिक्कतों की तरफ अमेरिका में कानून बनाने वाले लोगों का ध्यान आकर्षित करना था. इस सम्मेलन के आयोजक रोमेश जापरा ने कहा कि हमारे समुदाय ने हर एक क्षेत्र में बेहतरीन काम किया है.




इस सम्मेलन में अमेरिका के फ्लोरिडा, न्यूयॉर्क, बोस्टन, टेक्सास, शिकागो, कैलिफोर्निया जैसे प्रांतों से करीब 130 भारतीय अमेरिकी नेता शामिल हुए. वहीं, इस सम्मेलन को अमेरिकी हाउस ऑफ रेप्रेसेंटेटिव के अध्यक्ष (हाउस स्पीकर) केविन मैकार्थी द्वारा संबोधित किए जाने की भी खबर आई. 


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