फिर हिंसा का शिकार बने हिंदू, कट्टरपंथियों ने ईशनिंदा के नाम हथियारों संग घर पर बोला हमला, पुलिस ने भी दिखाई बेरुखी
हिंदू अल्पसंख्यक पर अत्याचार का एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में एक बिल्डिंग पर बालकनी के सहारे भीड़ चढ़ने की कोशिश कर रही है.
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Pakistan Blasphemy: पाकिस्तान में हिंदू अल्पसंख्यक पर अत्याचार का एक मामला सामने आया है. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान (Pakistan) के हैदराबाद शहर (Hyderabad City) में रहने वाले एक स्थानीय निवासी के साथ हुई कहासुनी के बाद हिंदू समुदाय (Hindu Community) के एक व्यक्ति पर ईशनिंदा का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ फर्जी मामला दर्ज कराया गया. व्यक्ति की पहचान अशोक कुमार के रूप में हुई है और वह हैदराबाद के सदर में राबिया केंद्र में एक सफाई कर्मचारी का काम करता है.
स्थानीय मीडिया की माने तो उस पर कुरान के पन्नों को जलाने का आरोप है. इस पूरे घटना का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें एक बिल्डिंग पर बालकनी के सहारे भीड़ चढ़ने की कोशिश कर रही है. हालांकि पुलिस ने मौके पर आकर उस भीड़ को बिल्डिंग पर चढ़ने से रोका और पीड़ित पर FIR दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. इस बीच एक जानकारी ये आई कि जिस ईशनिंदा के मामले में हिंदू व्यक्ति को फंसाया जा रहा था दरअसल उस मामले में एक मुस्लिम महिला का हाथ था.
ईशनिंदा कानूनों के दुरुपयोग का मामला सामान्य
बता दें कि पाकिस्तान में ईशनिंदा कानूनों के दुरुपयोग का मामला सामान्य है. यहां आए दिन इस कानून के दुरुपयोग की खबरे सामने आती रही है. पाकिस्तान में कईं बार अल्पसंख्यकों और यहां तक कि मुस्लिम समुदाय के लोगों को भी ईशनिंदा के आरोप में भीड़ द्वारा मारे जाने की खबर सामने आती रही है. कई आरोपी तो सालों से जेल में बंद हैं. पाकिस्तान में एक कठोर ईशनिंदा कानून है और कई लोगों को केवल आरोप के बुनियाद पर मौत के घाट उतार दिया जाता है. दिसंबर 2021 में, ईशनिंदा के आरोपों को लेकर पाकिस्तान में एक श्रीलंकाई कारखाने के प्रबंधक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी और उसे आग के हवाले कर दिया गया था. तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस घटना पर कहा था कि यह पाकिस्तान के लिए शर्म का दिन है.
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